Gurugram: गुरुग्राम के सेक्टर 12A और सेक्टर 47 के साथ ही साथ कई अन्य स्थानों पर खुले में हो रहे न माज को लेकर हिंदू समाज (Hindu Religion) के लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी। इसी के बीच गुरुग्राम पुलिस (Gurugram Police) द्वारा भी उन लोगों को खुले में इबादत करने से मना कर दिया गया था। इसके बाद ही बीते कल यानी 18 नवंबर को गुरुग्राम के सदर बाजार (Sadar Bazaar) में मौजूद गुरुद्वारे के केयरटेकर ने कहा था कि जो लोग इबादत करना चाहते हैं। वह गुरुग्राम के गुरुद्वारे में इबादत कर सकते हैं। इजाजत देने के 1 दिन बाद यानी आज गुरुद्वारे की तरफ से एक बयान दिया गया है। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
आज है गुरु पर्व
आपको बता दें कि सिख धर्म (Sikh Religion) में कार्तिक मास की पूर्णिमा को गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) मनाई जाती है। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा का त्यौहार आज यानी 19 नवंबर को मनाया जा रहा है। सिखों के इस त्यौहार को प्रकाश पर्व, गुरु पर्व और गुरुपूरब भी कहा जाता है। गुरु पर्व के अवसर पर सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारा जाते हैं। गुरु पर्व के अवसर पर सदर बाजार (Sadar Bazaar) में मौजूद गुरुद्वारे के केयरटेकर ने मु स्लिम समुदाय को न माज से जुड़ी जानकारी दी है।
गुरु पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे में नहीं पढ़ सकते न माज
जैसे कि आपको पता है कि आज शुक्रवार का दिन है। शुक्रवार के दिन ही मु स्लिम समुदाय के लोग गुरुग्राम के सेक्टर 12 और सेक्टर 47 जैसे स्थानों पर खुले में न माज पढ़ते थे। आज ही के दिन गुरु पर्व का त्योहार भी मनाया जा रहा है। गुरु पर्व के अवसर पर गुरुग्राम के सदर बाजार में मौजूद गुरुद्वारे के अध्यक्ष शेरगिल सिंह (Shergil Singh) ने कहा है कि आज मु स्लिम समुदाय के लोग गुरुद्वारे में न माज अदा नहीं कर सकते। सिर्फ इतना ही नहीं मना करने का कारण भी उन्होंने मीडिया से बातचीत करने के दौरान बताया है।
बेसमेंट में कर सकते हैं न माज
गुरु पर्व के अवसर पर इस गुरुद्वारे के अध्यक्ष शेरगिल सिंह ने कहा है कि अगर मु स्लिम समुदाय के लोग न माज अदा करना चाहते हैं। तो वह गुरुद्वारे के बेसमेंट में कर सकते हैं। गुरु पर्व के दिन मना करने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा है कि आज गुरुद्वारे में दूर-दूर से कई लोग आराधना करने आ सकते हैं। गुरुद्वारे में भी ड़ हो सकती है। कोविड को देखते हुए उन्होंने कहा है कि गुरुद्वारे में अगर मु स्लिम समुदाय के लोग भी न माज अदा करने लगेंगे तो कोविड गाइडलाइन फॉलो नहीं हो सकेगा।