उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में संकिसा बौद्ध तीर्थ क्षेत्र में स्थित विवा दित स्थल पर बौद्ध धर्मावलंबियों की भीड़ में शामिल कुछ अरा जक तत्वों ने भगवा झंडा उतार कर पंचशील ध्वज फहरा दिया. झंडा बदले जाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच पथ राव होने से क्षेत्र में स्थिति त नावपूर्ण हो गई है.
पथ राव में कई लोग घा यल :
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर धम्म यात्रा के दौरान बौद्ध अनुयायियों में शामिल कुछ अरा जक तत्व संकिसा बौद्ध तीर्थ क्षेत्र में विवा दित टीले पर स्थित बिसारी देवी मंदिर पर चढ़े और वहां लगा भगवा झंडा नीचे फेंककर उस पर पंचशील ध्वज लगा दिया. उन्होंने बताया कि घ टना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सनातन धर्मियों और बौद्ध धर्मियों के बीच पथ राव हुआ जिसमें कई लोग घा यल हो गए, जिसके बाद सनातन धर्मियों ने मेन रोड जाम कर दी.
मौके पर पहुंचे DM-SP:
सूत्रों ने बताया कि घ टना की सूचना मिलते ही डीएम मानवेंद्र सिंह और एसपी अशोक कुमार मीणा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रो शित सनातन धर्मियों को शांत करवाकर सड़क खुलवाई. उन्होंने बताया कि स्थिति अब कंट्रोल में है. जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधकारी (सदर) अनिल कुमार ने लिखित आश्वासन दिया कि बिसारी देवी मंदिर में हुई तो ड़फो ड़ को सही करवाकर उसे पुरानी स्थिति में लौटाया जाएगा.
40 साल से अदालत में चल रहा है केस:
संकिसा स्थित धार्मिक स्थल के संबंध में बौद्ध अनुयायियों का दावा है कि यह बौद्ध स्तूप है और यहीं भगवान बुद्ध का स्वर्गावतरण हुआ था. वहीं, सनातनधर्मियों का दावा है कि धार्मिक स्थल पर मां बिसारी देवी का प्राचीन मंदिर है. यहां भगवान हनुमान की प्रतिमा स्थापित है, लिहाजा यह सनातनधर्मियों की जगह है. इस धार्मिक स्थल पर दावे को लेकर करीब 40 साल से बौद्ध और सनातन धर्मावलम्बियों के बीच अदालत में मुक दमा चल रहा है.
वैसे तो हिंदुओं और बौद्धों के बीच त नाव नहीं होता है परन्तु कभी कभार ये हो जाता है. कुछ सालों पहले बिहार के गया में भी त नाव का माहौल बना था लेकिन वह जल्द ही समाप्त हो गया था. वैसे अन्य जानकारियों को सम्मिलित रूप से देखें तो बोद्धों में भी अब कई आक्रा मक सोच वाले समूहों का समावेश हो गया है – ऐसा लगता है.