Friday, May 9, 2025
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पुरानी पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं? जानें खसरा-खतौनी और रजिस्ट्री निकालने का तरीका

नहीं मिल रहा दादा-परदादा की जमीन का रिकॉर्ड? जानिए कैसे मिनटों में पाएं खसरा-खतौनी और रजिस्ट्री की कॉपी!

Table of Content

  1. पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं: क्यों नहीं मिलते पुश्तैनी जमीन के रिकॉर्ड?

  2. जमीन की रजिस्ट्री के लिए क्या-क्या होना चाहिए?

  3. कहां जाएं रजिस्ट्री के लिए?

  4. पटवारी और लेखपाल से कैसे लें मदद?

  5. खसरा नंबर और खाता नंबर क्यों हैं जरूरी?

  6. कैसे करें आवेदन और कितना लगता है शुल्क?

  7. घर बैठे ऑनलाइन कैसे पाएं पुराने दस्तावेज?

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1. क्यों नहीं मिलते पुश्तैनी जमीन के रिकॉर्ड?

बहुत से लोग जब अपने पुश्तैनी घर या जमीन बेचने की कोशिश करते हैं, तो रजिस्ट्री या खसरा-खतौनी के पुराने दस्तावेज नहीं मिलते। इसका कारण है कि पहले के समय में डिजिटल रिकॉर्ड नहीं रखे जाते थे और कागजात समय के साथ खो जाते हैं।


2. जमीन की रजिस्ट्री के लिए क्या-क्या होना चाहिए?

अगर आप अपने दादा या परदादा की जमीन का रिकॉर्ड निकालना चाहते हैं तो इन चीज़ों की जानकारी होना जरूरी है:

  • जमीन मालिक (बिक्रीकर्ता) का नाम

  • खरीदार का नाम

  • प्रॉपर्टी का पूरा पता

  • खाता नंबर

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3. पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं: कहां जाएं रजिस्ट्री के लिए?

आपको सबसे पहले अपने क्षेत्र के सब रजिस्ट्रार ऑफिस (Sub Registrar Office) में जाना होगा। यहीं पर जमीन की रजिस्ट्री और उससे जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध होती है।

पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं
पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं

4. पटवारी और लेखपाल से कैसे लें मदद?

सब रजिस्ट्रार ऑफिस में पटवारी और लेखपाल नियुक्त होते हैं, जो पुराने रिकॉर्ड संभालते हैं। आप उनसे मिलकर अपनी जमीन से जुड़ी जानकारी मांग सकते हैं। वे खसरा और खाता नंबर के जरिए दस्तावेज निकालने में मदद करेंगे।


5. खसरा नंबर और खाता नंबर क्यों हैं जरूरी?

खसरा नंबर जमीन का यूनिक आईडी नंबर होता है, जबकि खाता नंबर उस जमीन के मालिकाना हक की पहचान कराता है। ये दोनों नंबर होने से दस्तावेज ढूंढ़ना आसान होता है।


6. कैसे करें आवेदन और कितना लगता है शुल्क?

  • रजिस्ट्री की कॉपी प्राप्त करने के लिए एक आवेदन पत्र भरना होता है।

  • इसके साथ पहचान पत्र (ID Proof) जैसे आधार कार्ड, वोटर ID जमा करना होता है।

  • फिर निर्धारित शुल्क जमा करना होता है (राज्य अनुसार बदलता है)।

  • इसके बाद रजिस्ट्री की कॉपी आपको दे दी जाती है।


7. घर बैठे ऑनलाइन कैसे पाएं पुराने दस्तावेज?

आजकल कई राज्य सरकारों ने जमीन से जुड़ी जानकारी की ऑनलाइन सुविधा दे रखी है। आप अपने राज्य की भूलेख वेबसाइट या राजस्व विभाग की वेबसाइट पर जाकर निम्न जानकारी डालकर रजिस्ट्री की कॉपी प्राप्त कर सकते हैं:

  • खसरा नंबर

  • खाता नंबर

  • जिले का नाम

  • गांव/शहर का नाम

पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं: कुछ प्रमुख राज्य ऑनलाइन पोर्टल्स:

 

राज्य वेबसाइट
उत्तर प्रदेश upbhulekh.gov.in
बिहार biharbhumi.bihar.gov.in
मध्य प्रदेश mpbhulekh.gov.in
राजस्थान apnakhata.raj.nic.in
महाराष्ट्र mahabhulekh.maharashtra.gov.in

पुश्तैनी जमीन का रिकॉर्ड कैसे पाएं: निष्कर्ष

अगर आपके पास पुश्तैनी जमीन के कागजात नहीं हैं, तो घबराएं नहीं। कुछ जरूरी जानकारी और सही प्रक्रिया से आप रजिस्ट्री, खसरा और खतौनी की कॉपी आसानी से पा सकते हैं — वो भी घर बैठे!


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