आज हम आपके कि कृषि कानूनों(Farmer laws) को वापस लेने के बाद के भी के बाद सब कुछ ठीक नहीं है किसान मोर्चा के नेताओं के बीच खुशी देखने को नही मिला दिल्ली एनसीआर(Delhi NCR) के बॉर्डर पर लगभग 1साल से धरना चल रहा था लेकिन कृषि कानून वापस लेने के बाद भी किसान (Farmer) ध रने से ह टने को राजी नहीं आईये देखते हे पूरी खबर
राकेश टिकेट और गुरनाम सिंह चढ़ूनी बीच क्या हुआ
राकेश टिकैत बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे तो वहीं दूसरी ओर हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़नी बैठक से बाहर आ गए ऐसा ऐसा माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र किसान बैठक फू ट पड़ गई हो। कहा तो यहां तक जा रहा है कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान संयुक्त मो र्चा संयुक्त किसान से बैठक से दूरी बना ली राकेश टिकैत और सोमवार गुरनाम सिंह चढ़ूनी के बीच राजनीती शुरू हो गई है ।
जितेंद्र सिंह और रवि सिंह राजेवाल ने क्या कहा
27 नवंबर को कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मो र्चा की बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि सभी कार्यक्रम जारी रखे जाएंगे जितेंद्र सिंह रवि सिंह राजेवाल ने बैठक की अध्यक्षता की।पत्रकारों से राजेवाल ने कहा राज्यपाल ने कहा संसद में कानून वापसी होने तक अपनी मांग करते रहेंगे 26 नवंबर को 1 साल पूरे होने पर बैठक में भीड़ और बढ़ेगी।
एमएसपी पर क्या बोले बलबीर सिंह राजेवाल
कुंडली बॉर्डर पर बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री ने एमएसपी को लेकर बताया कि इस पर प्रधानमंत्री जी ने कोई बात नहीं कही। इसको लेकर कमेटी बनाने की बात की जा रही है, लेकिन देखना यह होगा कि कमेटी काम कैसे करेगी, उसमें सरकार की और से कितने सदस्य होंगे, उसकी शक्ति क्या होगी और डेडलाइन क्या होगी? संसद की और जाने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भी यथावत है, लेकिन 27 नवंबर की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
क्यों लौट रहे हैं लोग?
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लोगों की संख्या शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा के कम थी। ज्यादातर टेंट खाली हैं या उनमें इक्का-दुक्का ही लोग हैं। अधिकतर लोग गेहूं की बुआई का सीजन आने और गुरुपर्व के कारण अपने घर चले गए थे। लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा सुबह तीनों कानून को वापस लेने की घोषणा के बाद,लोग दोबारा से बार्डर आना शुरू हो गया है। युवा टैक्टर पर स्पीकर लगाकर युवा लगातार पूरे प्र दर्शन स्थल पर घूम रहे है। प्रधानमंत्री की घोषणा को अपनी सबसे बड़ी जीत बताते हुए लोगों ने कहा कि मांग को पूरा कर दिया गया तो हमारी मांगों पर जल्द ही विचार होगा।