बिहार के किशनगंज में सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने वाला मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है। तूल का कारण कॉल पर बात करने के दौरान रिकॉर्ड किया गया एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है। ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर किशनगंज के एसडीएम शाहनवाज अहमद नियाजी शिकायत करने वाले युवक को धमकाते हुए सुनाई पड़ रहे हैं। ऑडियो को गया के पूर्व सांसद हरि मांझी ने भी अपने ट्विटर पर शेयर करके मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाँच की माँग की है। क्या अब एसडीएम आम जनता से इस तरह बात करेंगे।
आदरणीय मुख्यमंत्री @NitishKumar जी अगर ये audio सही है तो गम्भीर मामला है,इसकी जाँच होनी चाहिए। धन्यवाद pic.twitter.com/mpCoK77PVu
— हरि मांझी ( मोदी का परिवार) (@HariManjhi) June 17, 2021
ऑडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
आपको बता दें कि एक ऑडियो को लोग एक दूसरे के साथ खूब साझा कर रहे हैं। ऐसे में मीडिया के पास जब यह रिकॉर्डिंग पहुँची। तो मीडिया ने शिकायतकर्ता और एसडीएम दोनों से बात करने की कोशिश की। शिकायतकर्ता की पहचान विशाल चौधरी के रूम में हुई है। यह पूरा मामला बिहार राज्य के किशनगंज के धर्मगंज का है।
शिकायतकर्ता ने की मीडिया से बात
विशाल मीडिया से बात करते हुए बताते हैं कि, “हमारे इलाके में बहुत गंदगी फैली हुई थी। सड़क किनारे नाले का कचड़ा निकाला गया था। बारिश हुई तो हर जगह कीचड़ था। चूँकि आने-जाने का रास्ता भी यही है तो एक बार लड़की भी साइकिल के साथ इसमें गिर चुकी थी। कुछ महिलाएँ भी आते-जाते फँस गईं थीं।
ऐसे में मैंने (विशाल के अनुसार) “इसके बाद एसडीएम ने बोला कि बत्तमीज हो तुम। तुम्हें समझ नहीं आता है। मैंने कहा भी सर आप सिर्फ फोटोबाजी करते हैं। आपका नाम आता है कि ऐसे रहो, वैसे रहो। कोविड से बचो। स्वच्छता रखो। साफ सफाई रखो और 10 दिन से ऐसा हो रहा है। इससे कोविड से बचेंगे या ये फैलेगा। ये सुन एसडीएम बोले कि बत्तमीज सब डिविजन आओ तुम। देखते हैं कौन हो तुम। इसके बाद किसी व्यक्ति ने मुझे कॉल किया और उसने मुझे समझाया और मेरी सारी जानकारी ले ली है। हम सब कुछ सही बताए। उन्होंने कहा कि वार्ड कमीश्नर को बोल दो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो जाएगा। कम से कम दुर्गंध नहीं आए।”
एसडीएम ने दुबारा कॉल किया
इस बात के करीब 10 घंटे बाद एसडीएम ने दुबारा कॉल किया और जो बात हुई वो आपके सामने है। नगर परिषद में कॉल किया। वॉर्ड कमीश्नर को कॉल किया। लेकिन कहीं से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। फिर मैंने एसडीएम सर को कॉल किया। उन्होंने कहा कि ये मेरा काम नहीं है। नगर परिषद को कॉल करो। हम बोले कि जब नगर पालिका कॉल नहीं उठा रही सर, तो हम एसडीएम के पास जाएँगे। एसडीएमस नहीं सुनेगा तो हम डीएम के पास जाएँगे। ये तो जाहिर सी बात है।”