लखीमपुर खीरी में दो बहनों की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में आर्थिक सहायता के लिए दिए गए कांग्रेस पार्टी के चेक बाउंस हो गए हैं, जिससे पीड़ित परिवार बेहद नाराज है. उनका कहना है कि चेक बाउंस होने के बाद उनका मजाक उड़ाया जा रहा है. मृतक बहनों के भाई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करायी है.
थाना निघासन इलाके के एक गांव में बीती 14 सितंबर को दो नाबालिग बहनों की लाश पेड़ से लटकी मिली थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और 14 दिन में चार्जशीट भी फाइल हुई, इसके साथ ही पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा और एक घर और सरकारी नौकरी का ऐलान हुआ था.
परिवार ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप
अपर पुलिस अधीक्षक एसपी अरुण कुमार सिंह ने आज बताया कि परिजनों ने पुलिस को एक तहरीर दी है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस और एक अन्य व्यक्ति के द्वारा सहायता राशि के नाम पर चेक दिए गए थे. ये चेक बाउंस होने पर पीड़ित परिवार के बैंक खाते से 4 हजार रुयपे काट गया. परिजनों ने चेक देने वाले लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी थी. तहरीर मिलने पर मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले कार्रवाई शुरू कर दी है.
Read More: Belgium की इस लड़की को भारतीय लड़के से हुआ प्यार, हिंदू रीति-रिवाजों से की शादी….
लखीमपुर खीरी मामले में की थी मदद
लखीमपुर खीरी में मृतक लड़कियों के भाई ने आरोप लगाया कि उप्र कांग्रेस कमेटी की ओर से कांग्रेस नेता वाई के शर्मा और एक अन्य कांग्रेस नेता वीरेंद्र कुमार ने हत्या और बलात्कार के बाद आर्थिक सहायता के रूप में उन्हें क्रमशः 2 लाख रुपये और एक लाख रुपये के दो चेक सौंपे थे. इन्हे जब बैंक में प्रस्तुत किया गया तो वह चेक बाउंस हो गए. इसी तरह यूपी नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी का दिया एक लाख का चेक भी बाउंस हो चुका है. इनकी वजह से बैंक ने पीड़ित परिवार के खाते से जुर्माना के तौर पर रुपये भी काट लिए, जिससे पीड़ित परिवार को खुद को ठगा महसूस कर रहा था.