बीते दिनों भारत (India) के लोग शौर्य दिवस के रूप में मना रहे थे। लगभग 28 वर्ष पहले 6 दिसंबर 1992 को बाबरी (Babari) को धूमिल किया गया था। इस अवसर पर कई नेता (Leader) अलग-अलग तरह से बयान दे रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग थे जो बाबरी के समर्थन में थे। बीते दिनों उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला (Anand Swaroop Shukla) ने मथुरा (Mathura) और काशी (Kashi) को लेकर एक बहुत ही अहम बयान दिया है। इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आखिर उन्होंने क्या बयान दिया है और क्यों हो रही है इसकी खूब चर्चाएं? आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
उपमुख्यमंत्री ने किया था ट्वीट
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने मथुरा और काशी को लेकर एक ट्वीट (Twit) किया था। उनके द्वारा ट्वीट करने के बाद ही कई लोग मथुरा और काशी को लेकर सहमति दिखाते नजर आ रहे थे। तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे ही लोग थे। जो केशव प्रसाद मौर्य की बातों से सहमत नहीं थे। हाल ही में उत्तर प्रदेश के एक मंत्री ने भी मथुरा और काशी को लेकर एक बयान दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता एक के बाद एक मथुरा और काशी को लेकर बयान दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने दिया बयान
शौर्य दिवस की बरसी पर प्रदेश के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बयान दिया है कि मथुरा और काशी हिंदू समुदाय (Hindu community) का है उन्हें हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि मथुरा में जो सफेद इमारत बनी हुई है। उसे भी हिंदू धर्म को देना बहुत जरूरी है। उनके द्वारा बयान देने के बाद ही यह मुद्दा राजनीतिक (Politics) रूप लेता दिख रहा है। हाल ही में समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद ने एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि “हम 40 करोड़ है। हमें कमजो र ना समझे।”
Also Read:-इमाम की दाढ़ी को लेकर बेगम ने दर्ज कराया मामला !
अब सफ़ेद इमारत होगी हमारे बीच से दूर
संसदीय मामलों के राज्यमंत्री शुक्ला ने बीते सोमवार को पत्रकारों (journalist) से बात करते हुए कहा है कि “एक समय आएगा जब मथुरा में हर हिंदू को चो ट पहुँचाने वाले सफेद इमारत को अदालत की मदद से ह टा दिया जाएगा।” सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि यह सफेद इमारत हिंदू समुदाय के लोगों को चु भता है। जब तक यह इमारत हमारे बीच रहेगी हिंदू समुदाय के लोग खुश नहीं रहेंगे। उनके द्वारा बयान देने के बाद ही खूब चर्चाएं हो रही है।