बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने किसानों को लेकर कई बातें कही है। इसमें सबसे जरूरी बात तीनों नए कृषि कानूनों (Farm Bills) को वापस लेना था। नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लेने के बाद ही कई लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कृषि कानूनों को वापस लेने के ऊपर लगभग 15 दिन पहले ही बातचीत हो गई थी। सभी पहलुओं पर बातचीत होने के बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने यह निर्णय लिया था। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हुई थी बातचीत
हाल ही में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई अहम नेता भाग ले रहे थे। इस बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव के साथ ही साथ खेती को लेकर भी बातचीत हुई थी। खेती के ऊपर बातचीत होने के साथ ही साथ कृषि कानूनों के ऊपर भी बातचीत होने वाली थी। लेकिन इस पर बातचीत नहीं हुई क्योंकि इसे लेकर पहले ही निर्णय ले लिया गया था। इससे यह जानकारी मिलती है कि सरकार और किसानों के बीच कानूनों को लेकर नीति बन गई थी। केवल नेतृत्व को लेकर बातचीत होना था।
कुछ महीने पहले ही हो गई थी रूपरेखा तैयार
जैसा कि आपको पता है कि कृषि कानूनों को संसद में पास हुए लगभग 1 वर्ष हो गया है। कृषि कानूनों को लेकर जब किसान वापसी पर बात कर रहे थे। इसी समय भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं के साथ ही साथ कृषि मंत्री एक साथ मिलकर बैठक कर इस पर बातचीत कर रहे थे कि आखिर कृषि कानून को लेकर आगे किस तरह की र णनीति बना सकते हैं। कानून को जांच परख करने के बाद नई रूपरेखा भी तैयार कर ली गई थी। लेकिन अब चुनाव को देखते हुए मोदी सरकार ने यह अहम निर्णय लिया है।
7 नवंबर को एमएसपी पर हुई थी बातचीत
आपको बता दें कि बीते 7 नवंबर को राष्ट्रीय कार्यकारी समिति द्वारा अपनाए गए प्रस्ताव में तीनों कृषि कानून को लेकर बातचीत नहीं हुई थी। लेकिन एमएसपी के साथ ही साथ फसल को लेकर बातचीत हुई थी। यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों की वापसी को लेकर बातचीत करने के दौरान कृषि ऋण, पीएम-किसान, एफपीओ, किसान रेल आदि के बारे में जानकारी देते नजर आ रहे थे। सब भारतीय जनता पार्टी और सरकार कृषि कानूनों की वापसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर तारीफ की है।