BSF के जवानों को भारत (India) तथा पाकिस्तान (Pakistan) की सीमा से लगे 50 किलोमीटर तक के इलाकों में कार्र वाई करने का अधिकार देने के बाद ही पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के साथ ही साथ पंजाब के कई पार्टी के नेता इस अधिकार को वापस लेने की बात कर रहे हैं। कुछ लोग यह सवाल करते नजर आ रहे हैं कि क्या PM मोदी इस अधिकार के बाद पंजाब में राष्ट्रपति शा सन (President Rule) लाना चाहते हैं। खबर आ रही है कि कैप्टन ने अमित शाह को चन्नी की सीक्रेट फाइले सौपी दी है! इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) भी कुछ कहते नजर नहीं आ रहे हैं। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
चरणजीत सिंह चन्नी क्यों नहीं कर रहे सवाल
दरअसल भारत सरकार द्वारा बीएसएफ के जवानों को एक विशेष तरह का अधिकार देने के बाद ही देश के अलग-अलग पार्टी के नेता सवाल करते नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस मामले पर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। इसे देखते हुए कई लोग यह भी कह रहे हैं कि क्या चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं है। अगर वे पंजाब का मुख्यमंत्री है तो इस कानून को लेकर अपनी राय क्यों नहीं देते। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के कई नेता इस कानून को लेकर सवाल कर रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह मंत्रियों की फाइलें रखते थे अपने पास
मामले को देखते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री को लेकर एक बयान देते हुए कहा है कि उनकी वजह से ही यह अधिकार दिया गया है। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जब कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे। तब वह अपने सभी मंत्रियों की फाइलें मंगवा कर अपने पास रखते थे। जब भी कोई मंत्री सवाल करता था। तो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उन्हें फाइलें दिखाकर चुप करवा देते थे। फाइलें चरणजीत सिंह चन्नी के हाथों में भी नहीं है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह को दी चुन्नी की फाइलें
राजनीति के कई जानकार यह कयास लगा रहे हैं कि हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अमित शाह से मुलाकात की थी। अमित शाह से मुलाकात करने के बाद ही बीएसएफ के जवानों को विशेष अधिकार दिया गया है। कुछ लोग यह कयास लगा रहे हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी की फाइलें भारत के केंद्रीय मंत्री अमित शाह को सौंप दी है। इसी वजह से चरणजीत सिंह चन्नी इस अधिकार को लेकर सवाल नहीं कर रहे हैं।