Tripura municipal election: त्रिपुरा (Tripura) के अगरतला नगर निगम (Agartala Nagar Nigam) के साथ ही साथ कई नगर निकाय के चुनाव की मतगणना आज हो रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) के बीच इस मतगणना को लेकर खूब चर्चाएं हो रही है। इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि त्रिपुरा निकाय चुनाव में किस पार्टी को सफलता मिलने वाली है। और किस पार्टी को सफलता नहीं मिलने वाली है। साथ ही साथ आपको यह भी बताएंगे कि किस पार्टी के इस चुनाव में सफल होने की संभावनाएं हैं। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
इन निकायों पर भारतीय जनता पार्टी है आगे
त्रिपुरा राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission Tripura) के अनुसार त्रिपुरा के कई निकायों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगे चल रही है। जिन निकायों पर भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिल रही है। अगर उन निकायों की बात करें तो इसमें सबसे पहले अंबासा, जिरानिया, तेलियामुरा और सबरूम में भाजपा आगे चल रही है। वर्ष 2018 में त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद भाजपा पहली बार निकाय चुनाव में अपने उम्मीदवारों को उतार रही है।
Tripura civic election results | BJP has won from 29 wards out of 51 wards bagging majority in Agartala Municipal Corporation, as per State Election Commission
— ANI (@ANI) November 28, 2021
मुख्यमंत्री विप्लव देव ने उतारे हैं सभी निकाय चुनाव में उम्मीदवार
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव देव (Biplab Deb) ने सभी निकायों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना उम्मीदवार उतारा है। आपको बताते चलें कि पहले ही एएमसी और 19 शहरी स्थानीय निकायों की 334 सीटों में से 112 पर भारतीय जनता पार्टी को निर्विरो ध जीत मिली थी। तृणमूल कांग्रेस ने 3 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को इसलिए नहीं उतारा था। तृणमूल कांग्रेस पार्टी के साथ ही साथ कांग्रेस पार्टी के नेता इस चुनाव में अपने प्रत्याशियों को नहीं उतार रहे थे।
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कुल 785 उम्मीदवारों ने दिया था नामांकन
त्रिपुरा के निकाय चुनाव के लिए कुल 785 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दिया था। कई ऐसे भी उम्मीदवार थे। जिन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। मुख्य रूप से यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी (BJP) और पश्चिम बंगाल की मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच हुई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), या सीपीआई (एम) के कुछ उम्मीदवारों ने भी इस चुनाव में अपना नामांकन दिया था। ममता बनर्जी इस चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को लेकर कई बार बयान दे चुकी है।