जैसे जैसे गुजरात चुनाव नजदीक आ रहा है राजनीती ने भी रफ़्तार पकड़ ली है। भाजपा अपने किले को बचाना चाहती है, वही दूसरी तरफ कांग्रेस और AAP मोदी के किले को भेदना चाहती है। गुजरात वही राज्य है जिसने 2014 में पूरी राजनीती बदल दी थी। मोदी की लहर गुजरात से ही शुरू होकर पुरे भारत में फ़ैल गई थी। अब उसी हवा को 2024 में रोकने के प्रयास में पूरा विपक्ष जुट गया है, विपक्ष का कहना है की मोदी का जहा से आगाज़ हुआ था अंत भी वही से होगा। इसी बीच आम आदमी पार्टी भी भाजपा की राजनीती ख़त्म करने गुजरात पहुंच गई है।
गुजरात में हमारी वृद्धि से भयभीत है भाजपा: केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार, 4 अगस्त को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात में आप की वृद्धि से “भयभीत” है और सवाल किया कि क्या भगवा पार्टी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारेगी।
केजरीवाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना सादते हुए भाजपा से सवाल किया कि “भगवा पार्टी गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के काम से “खुश नहीं” है। केजरीवाल ने आगे कहा की , “गुजरात में आप तेजी से बढ़ रही है। भाजपा भयभीत है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक और सवाल करते हुए कहा की “क्या यह सच है कि भाजपा गुजरात विधानसभा चुनाव में अमित शाह जी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने जा रही है?”
आप ने गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
2 अगस्त को, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP ने भी गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 10 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। घोषणा के साथ, यह भाजपा शासित गुजरात, गृह राज्य में चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली पार्टी बन गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की।
केजरीवाल ने गिर सोमनाथ जिले में एक रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद यह घोषणा की, जहां उन्होंने अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर गुजरात में हर युवा को मासिक बेरोजगारी भत्ता और नौकरी की गारंटी देने का वादा किया था।