Shraddha Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस में हर दिन नई बातें निकलकर सामने आ रही है. इसी बीच एक ऐसी बात सामने आई है जिसके बारे में सुनकर आप लोग भी दंग रह जाएंगे. श्रद्धा के केस में अब तक बहुत सारे लोग बयान दे चुके हैं. दरअसल श्रद्धा ने तीन बार मांगी थी मदद, और जिन्होंने उनकी काउंसलिंग की थी उन्होंने एक चौंकाने वाली बात बताई है. पूनम बिड़लान वसई से सटे नालासोपारा इलाके में ही रहती है. जब एवर शाइन इलाके में श्रद्धा और आफ़ताब रहने के लिए आये उस दौरान 3 बार श्रद्धा पूनम के पास मदद मागंने के लिए आई थी.
एक बार तो पुनम ने श्रद्धा को साथ लेकर तुलिंज पुलिस थाने भी पहुंची और NCR दर्ज कराई. अगले दिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज करने की तैयारी थी. जिसको लेकर वह तैयार हो भी हो गई थी. लेकिन पूनम बताती है कि जब भी आफ़ताब उसकी पिटाई करता तो वो खुद उस रात घर नही आता बल्कि अपने पिता के घर चला जाता था.
श्रद्धा को कई बार जान से मरने की कि गई थी कोशिश
श्रद्धा को कन्विंस करने वाले और कोई नहीं बल्कि आफ़ताब के ही ही माता पिता थे. वह उसे कन्विंस करने में लग जाते थे और वह उनकी बातों में आकर फिर से आफताब के जुर्म भूल जाती थी. एकबार जब वह उनके पास आई थी तो उसने लड़को की तरह बाल रखती थी तो उसके माथे पर गाल पर गर्दन पर काले स्याह निशान थे. यही नही गले पर ऐसे निशान थे कि जैसे उसका गला दबाया गया हो. जब उसने पूछा तो उसने बताया की आफ़ताब ने उसे बुरी तरह पीटा और उसका गला दबाकर मारना चाहा. इसलिए वो भाग आयी अगर नहीं भागती तो वो उसकी जान ही ले लेता.
नॅानवेज खाने से किया था मना
उस दिन की मारपीट की वजह उससे ज्यादा हैरान करने वाली थी. आफ़ताब ने उसकी इसलिए पिटाई की थी कि उसने नॉन वेज खाने से मना कर दिया था. इस बात पर आफ़ताब को गुस्सा आ गया ,उसने जबरन उसे नॉन वेज खाने के लिए मजबूर करता था, नही खाती तो पीटता था. पूनम ने श्र्द्धा की काउंसलिंग की. आफ़ताब का चरित्र उसके बिल्कुल विपरीत है,वो दूसरे धर्म से भी जुड़ा है उसके मा बाप भी खिलाफ़ है. उसे इतना पीटता है बिना किसी वजह के या कोइ वजह बनाकर वो उसके साथ कैसे रहेगी.
श्रद्धा आज होती ज़िंदा
श्रद्धा उस वक़्त तो कुछ देर के लिए तो मान जाती. लेकिन जब आफ़ताब के मा बाप श्रद्धा के पास आते उसे बेटे की गलती भुल जाने उसे माफ करने की रिक्वेस्ट करते और जल्द सुधर जाएगा. इस तरह की इमोशनल बात करते तो फिर वो पिघल जाती. अगर उस वक़्त श्रद्धा ने उसके मा बाप की बातों में नही आती तो आज श्रद्धा जिंदा होती. आफ़ताब के मा बाप के रवैये को पूनम पूरी तरह से दोषी मानती है. उन्होंने आफ़ताब को एक हिसाब से संरक्षण दे रखा था.