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Saturday, July 27, 2024

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Dinesh MN: जो IPS खुद 7 साल रहा सलाखों के पीछे,बाहर निकलते ही 6 माह में ही घूसखोर अधिकारीयों से भर दिया जेल..

 Dinesh MN : पुलिस(Police) में ऐसे बहुत से अधिकारी होते है, जिनकी छाप बड़े लंबे समय तक विभाग (Department) पर रह जाती है। एक ऐसे ही पुलिस ऑफिसर है, दिनेश एमएन(Dinesh MN)। यह राजस्थान कैडर के आईपीएस (IPS) है। जिनके काम की चर्चा पुरे देश में हो रही है। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इस पुलिस अफसर से रूबरू करवाते है।

राजस्थान ACB के अध्यक्ष

राजस्थान (Rajasthan) के बेहद ही ईमानदार पहचान वाले आईपीएस (IPS) दिनेश एमएन (Dinesh MN) ने कुछ दिनों पहले ही राजस्थान एसीबी (Rajasthan ACB) की कमान संभाली थी। इस पद पर काम करते हुए उन्होंने महज कुछ महीनों के अंदर ही भ्रस्ट अफसरों से जेल को भर दिया। आपको बता दें कि एक वक्त था जब ​खुद आईपीएस दिनेश एमएन (IPS Dinesh MN) सात साल तक सलाखों के पीछे रहे।

कौन हैं आईपीएस दिनेश एमएन (IPS Dinesh MN)

गौरतलब है कि दिनेश एमएन कर्नाटक के रहने वाले हैं। दिनेश का जन्म छह सितम्बर 1971 को कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले के गांव मुनागनाहल्ली में हुआ था। दिनेश एमएन (Dinesh MN) के नाम में एम का मतलब उनके गांव मुनागनाहल्ली और एन मतलब उनके पिता का नाम नारायण स्वामी है। आपको बता दें कि साल 1995 बैच के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन वर्तमान में राजस्थान एसीबी (ACB) में एडीजी (ADG) पद पर सेवाएं दे रहे हैं। इन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन में बीई (BE) की डिग्री प्राप्त कर रखी है।

आईपीएस दिनेश एमएन का सर्विस रिकॉर्ड

आईपीएस बनने के बाद दिनेश एमएन (Dinesh MN) ने साल 1999 में दौसा एएसपी (Dausa SSP) के रूप में राजस्थान पुलिस (Rajsthan Police) में सर्विस शुरू की। फिर करौली, झुंझुनूं, सवाईमाधोपुर, अलवर और उदयपुर में कप्तान रहे है। साल 2005 में उदयपुर एसपी थे तब राजस्थान और गुजरात पुलिस के संयुक्त सोहराबुद्दीन शेख मामले में इन्हें 7 साल की की सजा हो गयी थी। जब दिनेश सजा काटकर वापिस ड्यूटी पर उदयपुर पहुंचे तब इनका लोगों ने स्वागत किया।

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एसीबी में आते ही घूसखोर अधिकारियों पर लगाई लगाम

वापस आने के बाद उन्होंने बहुत तेजी से काम करना शुरू किया और राजस्थान में घूसखोर अधिकारियों के नाक में दम कर दिया। गौरतलब है कि सात साल बाद साल 2014 में जब ये जेल से बाहर आए तो कुछ समय में ही इन्हें राजस्थान एसीबी (Rajasthan ACB) में आईजी (IG) बनाया गया और एसीबी में आते ही दिनेश एमएन में फुल स्पीड में काम करना शुरू किया। आपको बता दे कि खनन विभाग के सचिव आईएएस अधिकारी अशोक सिंघवी को ढाई करोड़ के मामले में पकड़ा था। यह कार्यवाही राजस्थान एसीबी (Rajasthan ACB) के इतिहास की सबसे बड़ी कार्यवाही थी।

मात्र 6 महीने में 12 अधिकारी

इन्होंने राजस्थान एसीबी (Rajasthan ACB) में रहते हुए बहुत से ऐसे काम किए जिनके लिए इन्हें पूरे देश में वाहवाही मिली।  मात्र 6 महीनों के अंदर ही इन्होंने राजस्थान में 12 बड़े अधिकारियों को हिरासत में लिया। जिसमें 1) आईएएस इंद्रसिंह राव, बारां कलेक्टर 2) आईपीएस मनीष अग्रवाल, एसपी दौसा 3) डीएसपी भैरूंलाल मीणा, एसीबी सवाई माधोपुर 4) सपात खान, डीएसपी अलवर ग्रामीण 5) कैलाश चंद बोहरा, आरपीएस जयपुर और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल व 6) बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा शामिल थे।

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