हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) 2022 के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए पूरे प्रदेश में चुनावी माहौल बना हुआ है। इसी के बीच उत्तर प्रदेश से एक अहम खबर आ रही है। जैसा की आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) कई जगहों का नाम बदल चुके हैं। इसी क्रम में उन्होंने उत्तर प्रदेश के झांसी जंक्शन (Jhansi Junction) रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल दिया है। यह वही क्षेत्र है, जहाँ आजादी की एक महान वीरांगना का राज था। जिनका नाम रानी लक्ष्मी बाई (Rani Lakshmibai) था। आइये विस्तार से बताते हैं आपको पूरी खबर।
1857 की क्रां ति में रानी लक्ष्मी बाई ने दिया अहम योगदान
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने झांसी के रेलवे स्टेशन (Jhansi Junction) का नाम बदल दिया है। इससे पहले भी उन्होंने इलाहाबाद (Allahabad) का नाम बदलकर प्रयागराज (Prayagraj) कर दिया था। ऐसे ही एक अधिसूचना जारी करते हुए उन्होंने झांसी रेलवे स्टेशन का नाम भी बदलने की अर्जी दी है। लोगों का मानना है कि उसका नाम जरूर बद ला जाना चाहिए, क्योंकि 1857 की क्रां ति में झांसी का बहुत अहम योगदान था। झांसी की रानी (Jhansi Ki Rani) ने अंग्रेजों से यु द्ध करते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
3 महीने पहले भेजा था गृह मंत्रालय को प्रस्ताव
आपको बता दें कि लगभग 3 महीने पहले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार ने गृह मंत्रालय को झांसी (Jhansi Junction) के रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव भेजा था। जिस पर गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। अब झांसी रेलवे स्टेशन का नाम “वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन” हो जाएगा। इसके बाद बुधवार को अधिसूचना जारी कर रेलवे स्टेशन का कोड भी बदलने के लिए कह दिया गया है। यह नाम इसलिए भेजा जा रहा है, क्योंकि इससे लोग भावनात्मक रूप से जुड़ सकें।
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अकबर इलाहाबादी का भी बदल दिया नाम!
कुछ दिन पहले योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मु गलसराय स्टेशन (Mughalsarai Station)का भी नाम बदल दिया था। मु गलसराय स्टेशन का नाम अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन (Pt. Deen Dayal Upadhyaya Railway Station) हो गया है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी (Akbar Allahabadi) का नाम बदलकर अकबर प्रयागराजी (Akbar Prayagraji) रख दिया था। इसके बाद लोगों ने इस पर सवाल उठाए तो उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में कहा कि वेबसाइट को है क कर लिया था।