सोशल मीडिया(Social Media) पर हर दिन कुछ न कुछ शेयर(Share) होते ही रहता है। शेयर होने वाली अच्छी चीजों के बीच कुछ न कुछ गलत और भ्रा मक चीज़े भी शेयर होती रहती है। कुछ जान कर और कुछ अनजाने में। ज्यादातर चीज़े तो हाल-फिलहाल से संबंधित होती है, मगर देश में फेक न्यूज़(Fake News) को फैलाने वाली फैक्ट्री बड़े ही प्रोफेशनल तरीके से इतिहास(History) के साथ छेड़ छाड़ कर उसको प्रसारित कर भारत को बद नाम करने में लगी रहती है। ऐसी ही एक फेक न्यूज़ हुमायूं(Humayun) और उसके बेटे अकबर(Akbar) के बारे में फैलाई जा रही है। इसमें अकबर के जन्म से संबंधित एक झूठा दावा किया जा रहा है कि अकबर हुमायूं का नहीं राणा वीरसाल का बेटा था।
दावा-अकबर हुमायूं का नहीं राणा वीरसाल का बेटा
सोशल मीडिया पर अकबर(Akbar) के जन्म से संबंधित एक झूठा दावा मैसेज(Message) के रूप में शेयर हो रहा है। इस मैसेज में लिखा है, ”हुमायूं 1540 में शेरशाह सूरी से हा रकर अपनी बेगम को राणा वीरपाल सिंह के महल में छोड़ कर सिंध भाग गया था वहां से 1545 में लौटा और अकबर का जन्म 1542 में हुआ था। खैर छोड़ो मुझे अकबर से क्या लेना देना”
ये है सच्चाई
सोशल मीडिया पर शेयर होते हुए जब ये झूठा दावा O News के पास पहुँचा तो हमारी एंटी फेक न्यूज़ टीम सक्रिय हो गई। हमारी टीम ने इस झूठे दावे की पड़ताल शुरू कर दी। हमारी टीम ने सबसे पहले इतिहास की किताबों को खं गाला और सब कुछ साफ हो गया। हमारी टीम ने भारत के मध्यकालीन इतिहास के जानकार इतिहासकार सतीश चंद्रा की लिखी किताब ‘History of Medieval India: (800-1700)’ को भी पढ़ा। जिसमें कही भी ऐसा नहीं लिखा है जैसा दावे में लिखा जा रहा है।
इसके अलावा हमें 10 दिसंबर 2019 को प्रकाशित BBC का एक आर्टिकल मिला। जिसमें अकबर के जन्म के बारे में बताया गया है। इसमें भी ऐसा कुछ नहीं मिला।
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फ़ैक्ट चेक का परिणाम
हमारी पड़ताल से यह साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा मैसेज जिसमें दावा किया जा रहा है कि अकबर हुमायूं का नहीं राणा वीरसाल का बेटा था पूरी तरह से गलत है। यह किसी प्रोपो गेंडा के तहत फैलाया जा रहा झूठा मैसेज है।