सोशल मीडिया(Social Media) पर आजकल तमाम तरह की सूचनाएं मिल जाती है। इतनी सूचनाएं है कि लोग अपनी जरूरत और पसंद के अनुसार तमाम तरह की खबरें देख,सुन और पढ़ सकते है। अब टीवी(TV) और अखबार(Newspaper) से लोग दूर हो रहे है। इसको देखते हुए तमाम अखबार और चैनलों ने अपना डिजिटल प्लेटफार्म(Digital Platform) पर शुरू कर दिया है। सभी कुछ सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। खाने से लेकर पहनने तक। अब तो रोगजार(Jobs) भी सोशल मीडिया के माध्यम से मिल जाता है। लेकिन रोजगार के नाम पर सोशल मीडिया पर कई तरह के फर्जीवाड़े भी होते है। ऐसा ही एक मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। जिसमें केंद्र सरकार की एक योजना के तहत हर घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की बात कही जा रही है।
एक परिवार एक नौकरी योजना- फर्जी योजना
सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे मैसेज में केंद्र सरकार का नाम लेते हुए दावा किया जा रहा है कि “एक परिवार एक नौकरी योजना” के तहत हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने जा रही है। ये दावा एक यूट्यूब चैनल की तरफ से किया गया है।
एक परिवार एक नौकरी योजना की पड़ताल
सोशल मीडिया पर शेयर होते हुए ये ख़बर जब O News के एंटी फेक न्यूज़ टीम के हाथ लगी तो इस ख़बर की पड़ताल करना शुरू किया। हमारी टीम ने इस योजना को गूगल पर सर्च(Google Search) किया। बस इस एक सर्च में सब कुछ शीशे की तरह बिल्कुल साफ हो गया। गूगल पर ऐसी कोई सरकारी योजना तो नहीं मिली लेकिन PIB के फ़ैक्ट चेक यूनिट का ट्वीट मिला। इस ट्वीट में PIB ने इस ख़बर को गलत बताते हुए इसका खंडन किया।
Also Read:- मिलिए बॉलीवुड के सबसे महंगे बॉडीगार्ड्स से..
PIB के ट्वीट ने खोल दी पोल
PIB ने इस ख़बर को भ्रामक और फर्जी बताया। PIB ने अपने ट्वीट में लिखा, “#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।
दावा: एक यूट्यूब चैनल पर दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा "एक परिवार एक नौकरी योजना" के तहत हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।#PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। pic.twitter.com/fOpN2pW94i
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 10, 2021
फ़ैक्ट चेक का परिणाम
हमारी पड़ताल में ये साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा मैसेज पूरी तरह से गलत है। केंद्र सरकार एक परिवार एक नौकरी योजना नाम से इस प्रकार की कोई भी योजना नहीं चला रही है। सोशल मीडिया पर कुछ चालक लोग भोले भाले लोगों से पैसा ऐं ठने के लिए इस तरह से फर्जी वाड़ा कर रहे है।