अफगानिस्तान तथा तालिबान (Taliban) मुद्दे पर अभिनेता से लेकर राजनेता तक बयान देते रहे हैं। इसी क्रम में गायक जावेद अख्तर (Javed Akthar) भी कुछ दिनों पहले तालिबान को लेकर एक ऐसा बयान दिया था। जिसके बाद लोग उन्हें नसीहत देते दिख रहे थे। वहीं कुछ लोग जावेद अख्तर को जवाब भी दे रहे थे। जावेद अख्तर समय-समय पर देश दुनिया के अलग-अलग मुद्दों पर अपनी राय रखते रहते हैं। यही वजह है कि वह मीडिया में चर्चा का विषय बने रहते हैं। बीते दिनों उन्होंने एक बार फिर तालिबान को लेकर कुछ ऐसा कहा जिसे जानना आपको बेहद जरूरी है। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
तालिबान सरकार अफगानिस्तान की महिलाओं के साथ सही नहीं कर रहा-जावेद अख्तर
बीते दिनों जावेद अख्तर ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से ट्वीट करते हुए लिखा था कि तालिबान सरकार अफगानिस्तान के साथ उचित नहीं है। क्योंकि वह लड़कियों तथा महिलाओं को आगे जाने के लिए प्रे रित नहीं करता। वर्तमान समय में अगर किसी सरकार की सोच इस तरह की है तो यह संभव है कि बहुत जल्दी ही वह सरकार सत्ता से जाने वाली है। आपको बताते चलें कि जावेद अख्तर ने हाल ही में तालिबान को लेकर बयान देते हुए कहा था कि RSS और तालिबान एक समान है।
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जावेद अख्तर ने तालिबान मुद्दे पर किया ट्वीट
जावेद अख्तर अपने आधिकारिक ट्विटर (Twitter) हैंडल के माध्यम से अफगानिस्तान तथा तालिबान मुद्दे पर ट्वीट कर लिखते हैं कि “तालिबान के प्रवक्ता ने दुनिया को बताया है कि महिलाएं मंत्री बनने के लिए नहीं बल्कि घर पर रहने और बच्चे पालने के लिए होती हैं। लेकिन दुनिया के तथाकथित सभ्य और लोकतांत्रिक देश तालिबानी से हाथ मिलाने को तैयार हैं। कितनी श र्म की बात है।”
The spokesperson of Taliban has told the world that women are not meant to be ministers but to stay at home and bear children but the so called civilised and democratic countries of the world are willing to shake Talibani hand . What a shame .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) September 10, 2021
सोशल मीडिया यूजर्स दे रहे जवाब
सोशल मीडिया यूजर्स जावेद अख्तर को जवाब देते दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ सोशल मीडिया यूजर्स जावेद अख्तर के विचारों से सहमत भी है। एक सोशल मीडिया यूजर्स ने जावेद अख्तर के ट्वीट का जवाब देते हुए कहते हैं कि आप किस तरह से तालिबान और और RSS को एक समान समझे हैं। वहीं दूसरी तरफ एक अन्य यूजर जावेद अख्तर से सवाल करते हुए कहते हैं कि आखिर सऊदी अरब में कितनी महिलाएं मंत्री पद पर विराजमान है। एक यूजर ने लिखा की तालिबान इ स्लाम धर्म को मानता है। इसलिए अगर जड़ ही सही नहीं हो तो उसका परिणाम कैसे सही हो सकता है।
What a shame??? सभी तो आसमानी किताब को मानने वाले है? अब दिक्कत क्या है मियां??? और यहा भारत मे जो सहुलियत मिल रही है उसे नज़र अंदाज न करे। इतनी तालिबान और अफगानिस्तान की चिंता है तो वहा जाकर कुछ करते क्यो नही? यहा ट्वीट ट्वीट करने से कुछ नही होगा। जाकर वहा कोई NGO खोले।
— Premchand Patil (@PremchandPati13) September 11, 2021
How many woman ministers are there in Saudi ? Still everyone shakes Sheikh's hand. And no one ever bombs them to establish 'democracy'. The civilised and democratic are words which are used too frequently and too vaguely.
— Uddeshya (@uddeshyakr) September 10, 2021
Why shame ???
Taliban is just following Islamic principles.
जब जड़े ही खराब हो तो फल खराब होने के लिए तनों को दोषी नहीं ठहराते अख्तर साब— Ministry Of Sarcasm (@M_OfSarcasm) September 10, 2021
Pls recheck the facts.
No Taliban leader is on record saying this. It's Absured, and shameful propaganda.
Can you quote any reference, pls.— Mobin Bajwa (@MOBIN50075805) September 10, 2021
Now can you prove that RSS also mentioned similar/same thing about women?…If yes..I will follow you ..else you cut a sorry figure..
— RudrA (Modi ka Parivar) (@RUDRASWAY) September 10, 2021