O news हिंदी के खबर का असर, Nuh-Mewat में हुए शहीद के लिए CM खट्टर का बड़ा ऐलान..

आज से कुछ दिनों पहले “O News Hindi” की टीम ने Nuh-Newat में घट रही हिंसा की एक-एक तस्वीर देश की जनता तक लाइव पहुंचाई थी। जहाँ “O News Hindi” ने आपको दिखाया था की किस तरीके से Nuh-Mewat में हिंसा के दौरान छतों से पत्थर की बरसात हो रही थी,तो कहीं बन्दुक की गोलिओं की आवाज़ सुनाई दे रही थी। इसी खतरनाक हिंसा के बीच कई मासूम महिलाओं और बच्चों ने अपनी जाने गवाई, तो दूसरी तरफ बिना अपनी जान की परवाह किए बिना इन मासूमों की मदद कर रहे कुछ हिन्दू सनातनीयों को अपनी जान गवानी पड़ी जिसमें से एक नाम है अभिषेक कुमार का जिसने बच्चों और महिलाओं को बचाने का काम किया और उसी दौरान उस नौजावन को जान गवानी पड़ी।

खट्टर सरकार नहीं कर रही थी मदद

Nuh-Mewat: हाल ही में जब O News हिंदी की टीम ने अभिषेक कुमार के परिवार से बात चीत की तो उस बात-चीत के दौरान एक ही बात सामने आई की खट्टर सरकार के द्वारा उनकी कोई सहायता नहीं की गई है,और ना हीं उनके परिवार को किसी भी प्रकार की संतावना दी गई है।

नूंह हिंसा में मारे गए पानीपत के युवक अभिषेक के परिजनों का लगातार यही कहना था की सरकार ने उनकी गुहार नहीं सुनी और ना ही मनोहर लाल खट्टर की तरफ से उनको किसी प्रकार की मदद भेजी गई। परिवार का कहना था की वो अभिषेक के हत्त्यारों को सजा दिलवाना चाहते है.

O न्यूज़ हिंदी की खबर से जागे खट्टर!

आज से कुछ दिन पहले जब O News हिंदी की टीम ने इस खबर पर ज़ोर देना शुरू किया और अभिषेक कुमार के परिवार की आवाज़ को बुलंद करने का काम किया तो ठीक उसके कुछ दिनों बाद ही (यानी की मंगलवार को) मनोहर लाल खट्टर अभिषेक के घर और Nuh-Mewat में हुई हिंसा से पीड़ित लोगों से मिलने पहुँच गए.

जहाँ सीएम ने Nuh-Mewat हिंसा में घायल परिवार के लोगों से मिलकर उनका हाल जाना और उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि ” इस दुख की घड़ी में वह परिवार के साथ खड़े हैं”। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने परिवार को आश्वासन देते हुए कहा कि “दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा”। दरअसल इससे पहले भी खट्टर अभिषेक के घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पानीपत में प्रदेश स्तरीय तेज महोत्सव मनाने भी पहुंचे थे लेकिन तब वो नुहं मेवात में पीड़ित लोगों के पास उनसे मिलने नहीं पंहुचे थे . लेकिन जब O News हिंदी की टीम ने इस मुद्दे को उठाया तो उसके ठीक 6 दिन बाद ही खट्टर पीड़ितों से मिलने पहूँच गए.

अचानक से मिलने पहुंचे CM खट्टर

सीएम मनोहर लाल खट्टर अचानक बिना किसी सूचना के मंगलवार की सुबह करीब 8:00 बजे परिवार के लोगों से मिलने पहुंचे। सीएम के पहुंचने की खबर उस वक्त लगी जब पानीपत की धमीजा कॉलोनी में अचानक पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई और सुरक्षा बढ़ा दी गई। सीएम के साथ पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक महिपाल ढांडा भी मौजूद थे।

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अभिषेक के घर न पहुंचने से नाराज थे खट्टर से लोग

दरअसल सीएम मनोहर लाल खट्टर पानीपत में प्रदेश स्तरीय तेज महोत्सव मनाने भी पहुंचे थे। लेकिन उस दौरान वो नूंह हिंसा में मारे गए अभिषेक के परिजनों से मिलने नहीं पहुंचे थे, जिसका विश्व हिंदू परिषद समेत तमाम संस्थाओं और विपक्षी दलों ने विरोध किया था। अभिषेक की मौत के बाद पानीपत के सिविल अस्पताल में विभिन्न संस्थाओं के हजारों लोगों ने खूब हंगामा किया था।

उन्होंने परिवार को न्याय दिलवाने के साथ-साथ सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपए देने की मांग की थी। जिस स्थिति से पानीपत के दोनों विधायक और सांसद संजय भाटिया ने बीच में आकर परिवार वालों को समझने और स्थिति से निपटने का काम किया था। लेकिन बावजूद उसके कोई बड़ा नेता अभिषेक के परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा था।

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