लोग लगातार अनुमान लगा रहे थे कि इस बार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) मथुरा (Mathura) या अयोध्या (Ayodhya) में से किसी एक जगह से चुनाव में उतरेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। हाल ही में पहले दूसरे चरण के 105 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए गए हैं। जिसके बाद पता चला है कि योगी आदित्यनाथ इस बार गोरखपुर (Gorakhpur) से चुनाव में उतरेंगे। आई विस्तार से बताते आपको पूरी खबर।
गोरखपुर के मेयर सीताराम जायसवाल ने क्या कहा?
जब लोगों के बीच बात चल रही थी कि इस बार योगी आदित्यनाथ मथुरा या अयोध्या से चुनाव में उतरेंगे । तो इसके बाद भाजपा (BJP) और हिंदू समूह के लोग सवाल उठा रहे थे कि इस बार योगी योगी जी गोरखपुर से क्यों नहीं उतर रहे । गोरखपुर के मेयर सीताराम जायसवाल (Sitaram Jaiswal) ने तो भाजपा नेतृत्व से सीएम को गोरखपुर की नौ में से किसी सीट से चुनाव में उतार देने की मांग तक कर दी थी।
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में कब से चुनाव जीत रहे हैं?
फिर इसके बाद पार्टी के स्थानीय रणनीतिकारों दें। दिमाग लगाया और योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को गोरखपुर से ही चुनाव में उतारने का फैसला किया। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अगर योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से चुनाव में उतरेंगे तो भाजपा को पूर्वांचल की तमाम सीटों पर लाभ मिलेगा। गोरखपुर की सीट पर लगभग 33 वर्षों से भाजपा ही जीतती आ रही है। योगी आदित्यनाथ 1998 से 2017 तक गोरखपुर सीट से ही सांसद (MP) रहे हैं।
Also Read:- पटना जंक्शन से टिकट निरीक्षकों को लेकर आ रही ये खबर…
गोरखपुर में भाजपा ने 2017 में कितनी सीटें जीती थीं?
अगर गोरखपुर-बस्ती मंडल की बात करें तो यहां 41 सीटें हैं। जिनमें से 35 पर 2017 में भाजपा ने जीत हासिल की थी। दो सीटें भाजपा के सहयोगी दलों को मिली थीं। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि पूर्वांचल (East UP) में सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रभाव भाजपा के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर से चुनाव में उतारा जाएगा।