T-20 World Cup 2022 के 24वें मैच जिम्बाब्वे और पाकिस्तान (Zimbabwe vs Pakistan) के बीच खेला गया। जिसमे ज़िम्बाब्बे ने पाकिस्तान को 1 रन से हरा दिया। इस उलटफेर के चलते सेमीफाइनल की रेस रोचक मोड़ पर पहुंच गई। समीकरणों की बात करने पहले आइए पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच हुए ऐतिहासिक मुकाबले की बात कर लेते हैं।
पहले टॉस जीत की बल्लेबाजी !
जिम्बाब्वे ने पहले टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की। जिसमे टीम ने 8 विकेट पर 130 रन बनाए थे। टीम में 31 रन बनाने वाले सीन विलियम्स टॉप स्कोरर रहे। और वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम एक समय 88 रन पर 3 विकेट के साथ मैच जीतने की स्थिति में थी।
लेकिन तभी ज़िम्बाब्बे के सिकंदर रजा ने लगातार दो गेंदों पर शादाब खान और हैदर अली को आउट कर दिया। और अगले ओवर में उन्होंने 44 रनों पर खेल रहे शान मसूद को भी आउट कर मैच का रुख जिम्बाब्वे की ओर मोड़ दिया। अब आखिरी 6 बॉल पर पाकिस्तान को 11 रन चाहिए थे। लेकिन अंत पाकिस्तानी टीम केवल 9 रन ही बना सके और मैच जिम्बाब्वे ने एक रन से जीत लिया।
T-20 World Cup के सेमीफइनल में पहुंचने का एक बड़ा दावेदार ज़िम्बाब्बे !
पाकिस्तान को हराकर जिम्बाब्वे भी T-20 World Cup सेमीफाइनल में पहुंचने का एक बड़ा दावेदार बन गया है। ग्रुप-2 में सभी टीमें दो-दो मैच खेल चुकी हैं। पाकिस्तान और नीदरलैंड को हराने के बाद भारत 4 पॉइंट्स के साथ टॉप पर विराजमान है। वहीं साउथ अफ्रीका एक जीत और रद्द मैच से 3 अंक हासिल करने के बाद दूसरे नंबर पर है। वहीं 1 रन की इस जीत के बाद जिम्बाब्वे 2 मैचों में 3 पॉइंट लेकर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। इसके बाद 2 मैचों में 2 अंक लेकर बांग्लादेश टीम चौथे नंबर पर रही। नंबर 5 पर पाकिस्तान और नंबर 6 पर नीदरलैंड हैं, जिन्होंने अपने दोनों मैच गंवा दिए।
ग्रुप-2 से भारत को T-20 World Cup सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए कम से कम दो मैच और जीतने होंगे। यानी उनको अगले राउंड में प्रवेश के लिए 8 अंक चाहिए पड़ेंगे। उधर 5.200 नेट रन रेट से साथ साउथ अफ्रीका दूसरा सबसे बड़ा दावेदार नजर आ रहा है। उनको कम से दो मैच और जीतने पड़ेंगे। अगर मामला नेट रन रेट पर आकर अटकता है, तब फायदा प्रोटियाज को होने वाला है।
जिम्बाब्वे भी आगामी तीन में से दो मैच जीतकर टॉप-2 में जगह बना सकता है। बांग्लादेश को यहां से अपने तीनों मैच जीतने होंगे। दोनों मैच हारने के बाद अब पाकिस्तान की किस्मत का फैसला अन्य टीमों पर निर्भर करेगा। इसके लिए उनको अपने बाकी तीनों मैच जीतने होंगे। अगर वे एक मैच भी हारते हैं, तो सेमीफाइनल की रेस से पूरी तरह से बाहर हो जाएंगे। ऐसा ही कुछ नीदरलैंड के साथ भी है।