बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार(Dilip Kumar) इस दुनिया को अलविदा कर चले गए है। दिलीप कुमार को ट्रेजेडी किंग(Tragedy King) के नाम भी जाना जाता है। उनके जाने के साथ ही बॉलीवुड(Bollywood) में एक युग का समापन हो गया। उनको श्रद्धांजलि देने के लिए फैंस का हुजूम उमड़ पड़ा था। साथ ही बॉलीवुड के अन्य बड़े सितारे भी उनको अंतिम विदाई देने के लिए आये। इस दौरान लोगों का ध्यान दिलीप कुमार के पार्थिव श’व पर गया। जो तिरंगे में लिपटा हुआ था। बहुत लोग ये सोच रहे थे कि उनका शव तिरंगे में क्यों लिपटा है?
राजकीय सम्मान के साथ दिलीप कुमार को मिली अंतिम विदाई
दिलीप कुमार के नि धन के बाद उनके पार्थिव शरीर को पाली हिल(Pali Hill)स्तिथ उनके बंगले पर लाया गया, जहां से उन्हें जुहू(Juhu) स्तिथ कब्रिस्तान में दफन किया गया। इस दौरान उनका श’व तिरंगे में लिपटा हुआ था। आपको बता दें कि दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। राजकीय सम्मान का अर्थ होता है कि इसका सारा इंतजाम राज्य या केंद्र सरकार व पुलिस की तरफ से किया जाए। साथ ही शव को तिरंगे में लपेटा जाता है और ग’न सैल्यूट भी दिया जाता है।
कौन तय करता है राजकीय सम्मान?
आमतौर पर राजकीय सम्मान प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री और अन्य संवैधानिक पदों पर मौजूद लोगों को दिया जाता था। परंतु अब ऐसा नहीं है। आजकल सरकार विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को राजकीय सम्मान देती है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अभिनेता दिलीप कुमार के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ दफन करने के आदेश दिए थे।
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श्रीदेवी व शशि कपूर को भी मिला था राजकीय सम्मान?
स्वतंत्र भारत की बात करें तो सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी(Mahatma Gandhi) को राजकीय सम्मान दिया गया था। अगर बॉलीवुड की बात करें तो दिग्गज अभिनेत्री श्री देवी(Sridevi) वह अभिनेता शशि कपूर(Shashi Kapoor) को भी राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई थी।
कुछ लोग उठा रहे सवाल
दिलीप कुमार के चले जाने के बाद लोग उनको तरह तरह से सोशल मीडिया पर याद कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ये सवाल उठा रहे है कि दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान क्यों दिया गया। उनके श’व को तिरंगे में क्यों लपेटा गया।