कोरोना के इस संकट में भोपाल के एक ऑटो रिक्शा चालक ने गजब की मिसाल पेश की है। मात्र 200-300 रुपए कमाने वाले ऑटो चालक जावेद ने अपने रिक्शा को एम्बुलेंस जैसा बना दिया है और लोगो की मदद कर रहे हैं। आपको बता दे कि जावेद गंभीर मरीजो को हॉस्पिटल पहुँचा रहे जिसके बदले वो कोई भी चार्ज नही ले रहे हैं। जहां एक तरफ एम्बुलेंस वालो ने लूट मचा रखी वहीं जावेद जैसे लोग किसी फरिश्ते से कम नहीं है।
जब मरीज ज्यादा बढ़ने लगे और बचत के पैसे खत्म हो गए तो जावेद ने पत्नी के जेवर बेच दिए और एम्बुलेंस सेवा को जारी रखा। जहां एक तरफ इस महामारी में लोग अपने बारे में सोच रहे है दूसरी तरफ जावेद ने अपने परिवार तक का ख्याल तक नही किया। जावेद उन लोगों की विशेष मदद कर रहे हैं जो एम्बुलेंस का खर्चा नही उठा सकते या जिन्हें एम्बुलेंस नही मिल रही हैं।
मध्य प्रदेश के भोपाल में जावेद जैसे लोग फरिश्ता बनकर आए हैं। जावेद ने बताया कि मरीजों को ले जाते वक्त उनकी हालत ज्यादा खराब हो जाती थी इसलिए उसने रिक्शे में ऑक्सीजन सिलेंडर फिट करवा दिया और लोगो की मदद करने लगा ताकि ऑक्सीजन की कमी से कोई सवारी रिक्शे दम न तोड़ दे।
साथ ही जावेद ने सवारी और चालक के बीच एक प्लास्टिक की शीट लगाई है जिससे संक्रमण न फैले और सैनिटाइजर की व्यवस्था भी ऑटो में की हुई है। उन्होंने बताया कि लोगो की मदद के लिए उन्होंने बीवी के जेवर तक बेच दिए उनका कहना है कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है।