उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में गाय के शरीर पर 786 लिखा हुआ देख कर त नाव का माहौल उत्पन्न हो गया। घटना शुक्रवार (अक्टूबर 8, 2021) की है। बागपत के बड़ौत इलाके के बिनौली थाना क्षेत्र के अंगदपुर-जहौरी गाँव में जब स्थानीय निवासियों ने गाय के शरीर पर 786 लिखा हुआ देखा तो वे सकते में आ गए, जिससे माहौल त नावपूर्ण हो गया।
अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाँव में कुछ घुमंतू गायें हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि मु स्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों ने दो-तीन घुमंतू गायों को बंध क बना लिया और सांप्र दायिक त नाव पैदा करने के लिए उन पर ‘786’ लिखकर उन्हें छोड़ दिया। 786 इ स्लाम में पवित्र संख्या है। अरबी में 786 का अनुवाद ‘बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम’ है। यह कु रान की एक आयत का संक्षिप्त रूप जिसका अर्थ है- उस अल् लाह के नाम पर (शुरू करता हूँ) जो दयालु और करुणामय है। यह मु स्लिम समुदाय में किसी काम को शुरू करते समय इस्तेमाल किया जाने वाला वाक्य है।
इस घटना से ग्रामीणों में आक्रो श है। उनका कहना है कि हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर ऐसा काम किया गया। बता दें कि सनातन धर्म में गाय को एक पवित्र पशु माना जाता है और इसका माँ स खाना वर्जित है, जबकि इ स्लाम में गायों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है।
Also Read : देसी गाय के गोबर से बनाया वातानुकूलित घर, सीमेंट के घर से 7 गुना कम खर्चा – देखें वीडियो
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार पवित्र मानी जाती हैं गाय
जब ऑपइंडिया चैनल ने बिनौली थाने के प्रभारी अधिकारी संजय कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने घ टना की पुष्टि की। संजय कुमार ने फोन पर बताया, गायों के शरीर पर लिख दिया ‘786’, बागपत के गाँव में माहौल गरम“यह मेंहदी से लिखा गया था जिसे हमने हटा दिया है। इस मामले में कोई F I R दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन हम उन लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होंने ऐसा किया है और उनके इरादे पता करने की कोशिश कर रहे हैं। बागपत में घुमंतू जानवर एक बड़ी सम स्या है। किसान अपनी बूढ़ी गायों को सड़क पर छोड़ देते हैं। हम मामले को लेकर सतर्क और सजग हैं।”
बड़ौत में गायों के साथ क्रू रता कोई नई बात नहीं है। पिछले महीने कोटाना गाँव में एक गाय की कथित तौर पर ह त्या कर दी गई थी। एक दूसरे मामलें में बड़ौत के बोपुरा गाँव में पुलिस और गौ तस्क रों के बीच मु ठभेड़ हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने नोमन नाम के एक गौ त स्कर को गिरफ्तार किया था।
एक ख़ास समुदाय के लोगों की मंशा रहती है कि वे दूसरे धर्म के अनुयायियों को किसी भी प्रकार से आ हत करें। इसके लिए वे कोई भी काम करने को तत्पर रहते हैं। ऐसे में गाय के शरीर पर 786 लिख देना ये प्रमाणित करता है कि वे सामाजिक सद्भावना को ठेस पहुँचाना चाहते हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है।