FACT CHECK: केंद्र सरकार की ओर से लाये गए तीन कृषि बिल जिसे अब कानून बनाया जा चुका है। इन 3 कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर बीते सात महीनों से पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान बैठे हुए हैं। इन सात महीनों के दौरान किसानों से जुड़ी कई बातें सामने आती रही है। हालांकि अब किसानों को ज्यादा लोगों का साथ नहीं मिल रहा है। लोग धीरे धीरे बॉर्डर से वापस घर जा रहे हैं। अब उन्हें भी यह पता चल चुका है की राकेश टिकैत सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के हवाले से फैलाई गई गिरफ़्तारी की ख़बर
आपको बता दें कि देशव्यापी आं दोलन से पहले ही बीकेयू नेता राकेश टिकैत की गिर फ्तारी की खबरें सामने आने लगी। कई मीडिया चैनल और ऑनलाइन प्लेटफार्म ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को राजधानी दिल्ली में धर द बोचा जाने कि खबरें चलाने लगे। यह भी दावा किया गया कि इस बात की सूचना खुद संयुक्त किसान मोर्चा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा दी गई है। दावा करते हुए कहा गया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है की राकेश टिकैत गिर फ्तार हो चुके हैं। लेकिन इस बात की जानकारी नहीं दी गई की किस वजह से ऐसा हुआ। हालांकि यह खबर बाद में गलत निकली। राकेश टिकैत ने खुद ट्वीट कर इस बात कि जानकारी दी कि उन्हें पुलिस ने गिर फ्तार नहीं किया है।
राकेश टिकैत ने ट्वीट कर बताया सच
मेरी गिरफ्तारी की खबरे भ्रामक है। मैं गाजीपुर बॉर्डर पर हूँ। सब सामान्य हसि।#tikait #FarmersProtest pic.twitter.com/hg2gqTQzDn
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) June 26, 2021
राकेश टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा है कि, “मेरी गि रफ्तारी की खबरे भ्रा मक है। मैं गाजीपुर बॉर्डर पर हूँ। सब सामान्य है।” अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है की राकेश टिकैत की गि रफ्तारी नहीं हुई है, वे गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद है। टिकैत ने यह भी कहा की इस तरह की खबरें बीजेपी के द्वारा आं दोलन को कमजोर करने की लिए दी जा रही है।
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धारा 370 हटाने से किसान बेहद परे शान है–राकेश टिकैत
आपको बता दें कि राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आं दोलन का मुखिया बने हुए हैं। टिकैत सुर्खियों में बने रहने के लिए आये दिन कुछ न कुछ पैं तरे आजमाते रहते हैं। कभी बेतुका बयान देते हैं तो कभी किसानों को ब हकावे में लाने के लिए फूल पत्तियां उगाने का नाटक करने लग जाते हैं। अभी हाल ही में कश्मीर मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए राकेश टिकैत ने बयान दिया था की “धारा 370 हटने से किसान बेहद परे शान हैं। राकेश टिकैत द्वारा बंगाल विधानसभा चुनाव में अप्रत्यक्ष रूप से टीएमसी को समर्थन के साथ साथ चुनाव प्रचार में भी शामिल होते देखा जा चुका है।