आज कल के युवाओं को भले ही पता न हो, लेकिन देश में एक दौर ऐसा भी था, जब कोका कोला(Coca Cola) और पेप्सी(Pepsi) यहां नहीं बिकती थी. तब एक दूसरा सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड यहां लोगों के दिलों पर राज करता था. उस ब्रांड का नाम था ‘कैम्पा कोला(Campa Cola). साल 1975 से लेकर 90 के दशक तक हरदिल अजीज बना रहा कैम्पा कोला ब्रांड फिर कोका कोला और पेप्सी के भारत आने के बाद इतिहास के पन्नों में गुम हो गया था. अब रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी(Mukesh Ambani) और उनकी बेटी ईशा अंबानी(Esha Ambani) ने एक बार फिर कैम्पा कोला को इतिहास से वापस लाकर फिर हर एक की पसंदीदा सॉफ्ट ड्रिंक बनाने का बीड़ा उठाया है.
एक खबर के मुताबिक मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज ने प्योर ड्रिंक्स ग्रुप से 22 करोड़ रुपए में कैम्पा कोला ब्रांड खरीद लिया है. इसे जल्दी ही जोरदार ढंग से ग्राहकों के लिए पेश किया जाएगा. फिलहाल देश में कोका कोला और पेप्सी का एकछत्र राज है. कैम्पा कोला के आने से दोनों ग्रुप को कड़ी टक्कर मिलेगी.बता दें कि प्योर ड्रिंक्स ग्रुप साल 1949 से 1970 के दशक तक भारत में कोका कोला का एकमात्र डिस्ट्रीब्यूटर था. इमरजेंसी के बाद जब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उसने कोका कोला का व्यापार बंद करा दिया. तभी प्योर ड्रिंक्स ने सबसे पहले कैम्पा ऑरेंज सॉफ्ट ड्रिंक लॉन्च किया. इसके लिए उसने तब ‘द ग्रेट इंडियन टेस्ट’ का स्लोगन दिया और देखते ही देखते ये सॉफ्ट ड्रिंक लोगों की पसंद बन गया.
कंपनी ने इसके बाद कैम्पा के कई फ्लेवर भी लॉन्च किए. फिर 1990 में उदारीकरण का दौर आया और केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एक बार फिर कोका कोला और पेप्सी को भारतीय बाजार में आने की छूट दे दी. दोनों अमेरिकी कंपनियों का मुकाबला मार्केटिंग में कैम्पा कोला नहीं कर सकी.इसका बिजनेस सिकुड़ता गया और आखिरकार प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने कैम्पा का उत्पादन बंद कर दिया.अब मुकेश और ईशा अंबानी इस ड्रिंक को फिर से लॉन्च कर रहे हैं, तो जाहिर है बड़े कारोबारी घराने से टक्कर लेने में कोका कोला और पेप्सी के पसीने छूट सकते हैं.