Gautam Adani: भारत में मजबूत सरकार और मजबूत बाजार के मद्देनजर दुनिया भर की कंपनियां यहां निवेश करना चाहती हैं।
कई ऐसी तकनीकी उद्योगों पर (Gautam Adani) विचार किया जा रहा है,
जिनपर आगे चलकर भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग किया जा सके।
इसमें भारत की कंपनियां भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
कई कंपनियां हैं जो “Make In India” को साकार करने में लगे हैं।
चिपसेट में चीन की दादागीरी खत्म करेगा Gautam Adani ग्रुप:
चिपसेट (Chipset) के मामले में चीन हमसे कई गुना आगे है।
हम बात कर रहे हैं एडवांस्ड चिपसेट (Advanced Chipset) की,
जिनका इस्तेमाल मोबाइल फोन, कार समेत लगभग सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में होता है।
लेकिन चीन की इसी दादागीरी को खत्म करने भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति Gautam Adani मैदान में उतर रहे हैं।
अडानी और क्वालकॉम: चिपसेट और एआई में भारी निवेश:
जी हाँ, अडानी ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा है कि,
उन्होंने चिप मेकर क्वॉलकॉम (Qualcomm) के प्रेसिडेंट और सीईओ क्रिस्टियानो आमोन (Cristiano Amon) से मुलाकात की है,
और सेमीकंडक्टर, एआई, मोबिलिटी के साथ एज एप्लायंस समेत कई सेक्टर को लेकर विस्तार से बातचीत की है।
इसका मतलब साफ है कि चिपसेट के निर्माण में प्लानिंग काफ़ी एडवांस लेयर में है।
अडानी के इस तरफ़ जुड़ने का मतलब साफ़ है कि इनका निर्माण देश में ही होगा।
उन्होंने संकेत दिए कि वह इसमें इंट्रेस्टेड हैं और निवेश भी करने वाले हैं।
सरकार का भी सहयोग:
मौजूदा सरकार की भी यही कोशिश है कि भारत में विदेशी कंपनियों की भागीदारी कम हो।
रिपोर्ट्स की मानें तो Chipset और AI सेक्टर में अडानी भारी निवेश कर सकते हैं।
भारत सरकार भी लोकल चिपसेट मैन्युफैक्चरिंग और एआई पर फोकस कर रही है।
मौजूदा सरकार चाहती है कि इस नए उभरते हुए सेक्टर में विदेशी कंपनियों का कब्जा न हो जाए।
इसके लिए भारत सरकार घरेलू कंपनियों को चिपसेट और एआई सेक्टर में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
नौकरी के अवसरों में वृद्धि:
इसके दो फ़ायदे होने की सम्भावना है।
एक तो यह कि विदेशी कंपनियों का दख़ल कम रहेगा दूसरा,
यहाँ के लोगों को हर स्तर पर रोज़गार मिलेगा।
Gautam Adani का पोस्ट:
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर किए गए अपने पोस्ट में गौतम अडानी ने कहा कि,
उनकी क्वालकॉम सीईओ और लीडिरशिप के साथ मीटिंग काफी सफल रही है।
Great meeting with Qualcomm CEO @cristianoamon & his leaders! Inspiring to hear his vision for semiconductors, AI, mobility, edge appliances and much more across different markets. Exciting to hear about his plans and commitment to India's potential! pic.twitter.com/g20X6iHhDU
— Gautam Adani (@gautam_adani) March 11, 2024
भारत सरकार की पहल:
भारत ने 15.14 अरब डॉलर की तीन नए सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट को शुरू किया है।
इसमें टाटा समूह के दो प्रोजेक्ट हैं।
पीएम मोदी के लीडिरशिप में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।
इससे टेक्नोलॉजी सेक्टर में 20,000 एडवांस्ड नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
बताया जा रहा है कि अप्रत्यक्ष रूप में लगभग 60,000 लोग रोज़गार के अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
निष्कर्ष:
Gautam Adani द्वारा चिपसेट और एआई सेक्टर में निवेश भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
इससे भारत चीन की दादागीरी से मुक्त होकर इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेगा।
यह निवेश न केवल रोजगार के अवसरों में वृद्धि करेगा,
बल्कि भारत को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाएगा।
ये भी देखें:- राहुल गांधी अक्सर करते हैं इन्हें टारगेट, लेकिन Gautam Adani ने राजीव गांधी के बारे में कह दी ये बड़ी बात….