अक्षय कुमार( Akshay Kumar) की मोस्ट अवेटेड मूवी ‘राम सेतु’ कल बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है. इस साल अक्षय कुमार की लगभग सभी फिल्में फ्लॉप ही हुई हैं. ऐसे में उन्हें और उनके फैंस को राम सेतु से काफी उम्मीदें हैं. एक के बाद के फ्लॉप मूवीस देने वाले अक्षय कुमार ने इस फिल्म के लिए काफी प्रोमोशंस भी किया था. अब इस साल अक्षय कुमार की डूबती नैया को पार लगाने के लिए राम सेतु उनकी इस साल की आखिरी मूवी है. फिल्म में अक्षय कुमार के साथ साथ जैकलीन फर्नांडिस(Jacqueline Fernandez) और नुसरत भरुचा(Nushrratt Bharuccha) भी हैं.
ये है फिल्म की कहानी
ये कहानी है रामसेतु की जिसे सरकार गिराना चाहती है, क्योंकि वो एक बड़े बिजनेसमैन के एक बड़े प्रोजेक्ट के आड़े आ रहा है. अब पुरातत्त्ववेत्ता(Archaeologist) और नास्तिक(Atheist) अक्षय कुमार( Akshay Kumar) से ये बिजनेसमैन चाहता है कि वो साबित कर दे कि रामसेतु को श्रीराम ने नहीं बनवाया. वो तो अपने आप बना है यानि प्राकृतिक है. अब अक्षय कुमार क्या ये करेंगे और करेंगे तो कैसे करेंगे. क्या श्रीराम के सेतु का अस्तित्व साबित हो पाएगा और होगा तो कैसे होगा. यही इस फिल्म की बेसिक कहानी है.
इस फिल्म की सबसे बड़ी मजबूती है कि इस फिल्म से श्रीराम का नाम जुड़ा है और यही इस फिल्म की इकलौती मजबूती है. इस फिल्म की सबसे बड़ी कमी है कहानी और स्क्रीनप्ले जो और बेहतर हो सकता है. काफी बेहतर हो सकता था. कहीं-कहीं फिल्म डॉक्यूमेंट्री लगती है. फिल्म में एंटरटेनमेंट की कमी लगती है. कहानी को थोड़ा और अच्छे से कहा जाता तो आप इस फिल्म से और जुड़ते. यहां तक कि क्लाइमैक्स वाला सीन भी आपको उस तरह से बांध नहीं पाता. वैसे इमोशन नहीं जगा पाता जैसी आप उम्मीद करते हैं. फिल्म की एक अच्छाई ये है कि फिल्म क्लीन है. आप आराम से फैमिली के साथ देख सकते हैं. और बच्चों को ये फिल्म दिखानी भी चाहिए. ताकि उन्हें श्रीराम और रामसेतु के बारे में पता चले. फिल्म की लोकेशन अच्छी हैं. ग्राफिक्स ठीक ठाक है.
फिल्म के कलाकरों की एक्टिंग
अक्षय कुमार(Akshay Kumar) इस रोल में अच्छे लगते हैं. बढ़ी दाढ़ी और बड़े बाल. इसमें अक्षय जम रहे हैं. हालांकि, उसकी एक वजह ये भी है कि अक्षय साल में 4 से 5 बार आते हैं और हम उन्हीं अक्षय कुमार को देखकर बोर भी हो जाते हैं. तो यहां अक्षय का लुक जरा हटकर है. अक्षय ने इस रोल में निभाया भी अच्छे से हैं. जैकलीन फर्नांडिस(Jacqueline Fernandez) ठीक हैं और फिल्म में वो ना भी होतीं तो कोई फर्क नहीं पड़ता. नुसरत भरुचा(Nushrratt Bharuccha) के साथ भी यही है. उनका रोल ही कम है. साउथ के एक्टर सत्य देव(Satya Dev) फिल्म में अहम रोल में हैं और वो इम्प्रेस करते हैं.