yoga

योग को लेकर अब ना सिर्फ हमारे देश में बल्कि अन्य देशों में भी लोगों के बीच क्रे ज बढ़ रहा है। योग को लेकर सऊदी अरब ने एक बहुत ही अहम निर्णय लिया है। इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि सऊदी अरब की ओर से योगा को लेकर क्या निर्णय लिया गया है? इसे लेकर क्यों हो रही है खूब चर्चाएं? साथ ही साथ हम भी अभी बताएंगे कि सऊदी अरब के व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से एक जानकारी दी गई है। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।

योग सऊदी अरब के छात्र भी सीखेंगे

जिस तरह से हमारे देश के युवा वर्जिश करने के लिए सुबह सवेरे योगा करते हैं ठीक इसी तरह अब सऊदी अरब में भी जल्दी ही देखने को मिलेगा। एक समय ऐसा था जब योग को लेकर सऊदी अरब के लोग अलग तरह की सोच रखते थे। कुछ लोग तो ऐसे भी थे जो इस योग के बारे में अनुचित शब्दों का इस्तेमाल कर देते थे। समय के साथ ही साथ अब लोगों की सोच भी धीरे-धीरे अच्छी होती जा रही है। इसी को देखते हुए सऊदी अरब के राजा ने एक निर्णय लिया है।

वर्ष 2017 में मिली थी मान्यता

वर्ष 2017 में सऊदी अरब के व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय के द्वारा योग को खेल के रूप में एक मान्यता दी गई थी। यह बात वर्ष 2017 नवंबर महीने की है। इसी वर्ष से वहां के छात्र योग सीख रहे हैं। स्कूलों में भी योग को बढ़ावा मिल रहा है। अगर कोई योगा स्कूल चलाना चाहे तो उन्हें सऊदी अरब की सरकार से एक लाइसेंस लेना होगा। इसके बाद वे योग सिखा कर पैसे कमा सकता है। सिलेबस में भी योग को शामिल किया गया है। इस कोर्स से बच्चों को स्वास्तिक लाभ मिलता है।

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महिलाओं के लिए योग स्टूडियो की हुई शुरुआत

आपको बताते चलें कि सऊदी अरब में महिलाओं के लिए योग स्टूडियो की शुरुआत की गई है। नॉफ अल मारवाई ने सबसे पहले इसकी शुरुआत की थी। इसका नाम अरब योगा फाउंडेशन रखा गया है। योग को मान्यता मिलने के बाद अब मक्का और मदीना के साथ ही साथ कई शहरों में योग स्टूडियो की शुरुआत हो सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं अब कई देश के लोग अपने पाठ्यक्रम में रामायण और महाभारत को भी शामिल कर रहे हैं।