आगरा(Agra) का ताजमहल(Tajmahal) दुनिया के अजूबों में शुमार है, लेकिन उसके अस्तित्व पर बार-बार सवाल भी उठते रहे हैं. जहां एक तरफ सड़क, चौराहो और जिलों का नाम बदला जा रहा है, वहीं ताजमहल का नाम बदलने को लेकर भी आवाजें सुनाई पड़ती रही हैं. इस बीच खबर आई है कि ताजमहल का नाम बदलने के लिए बीजेपी के पार्षद शोभाराम राठौर(Shobharam Rathore) ने प्रस्ताव बनाया है, जिस पर आगरा नगर निगम की बैठक में चर्चा होगी.
बीजेपी पार्षद शोभाराम राठौर का कहना है कि अब वक्त आ गया है कि ताजमहल का नाम बदल दिया जाए. सीनियर एडवोकेट अमीर अहमद जाफरी(Aamir Ahmad Jafri) ने उनके इस प्रस्ताव पर आपत्ति भी जताई है. उन्होंने कहा कि क्या नगर निगम को ये अधिकार है कि वे ऐतिहासिक स्मारक का नाम बदल सके?
आगरा नगर निगम सदन में बीते सालों में 80 से ज्यादा सड़कों और चौराहों के नाम बदले जा चुके हैं. ऐसे में बीजेपी पार्षद के प्रस्ताव पर नगर निगम का रुख क्या होगा, इस बात को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी पार्षद के मुताबिक, उन्होंने प्रस्ताव संख्या 4(7) के संबंध में कई तथ्य रखे हैं.
आगरा में पिछले साढ़े चार सालों में के दौरान कमला नगर का नाम महाराजा अग्रसेन मार्ग, घटिया आजम खान का नाम बदलकर अशोक सिंघल मार्ग, धूलियागंज चौराहे का नाम विनायक वीर सावरकर, मंटोला कंगालपाड़ा का नाम वीरांगना झलकारी बाई और लोहामंडी के नौबस्ता चौराहे का नाम गुरु नानक देव चौक के नाम पर बदला गया. इसके अलावा कई ऐसी जगह हैं, जिनके नाम बदल दिए गए हैं.