भारतीय जनता पार्टी(BJP) की सरकार पिछले 8 सालों में लगातार गुलामी की उन प्रतीकों को हटा रही है, जो देश को ब्रिटिश काल की गुलामी की याद दिलाते हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने भारतीय नौसेना(Indian Navy) का नया ध्वज या निशान जारी किया है. नए ध्वज में अष्टकोणीय(Octagonal) सीमाएं शिवाजी महाराज राजमुद्रा या छत्रपति शिवाजी(Chhatrapati Shivaji Maharaj) महाराज की मुहर से प्रेरणा लेते हुए बनाई गई है. शिवाजी की दूरदृष्टि का ही परिणाम था कि उन्होंने एक विश्वसनीय नौसेना बेड़े का निर्माण किया था, और अब उसने ब्रिटिश काल के प्रतीक सेंट जार्ज क्रॉस(Saint George’s Cross) की जगह ले ली है.
कैसा दिखता है नया निशान
ध्वज या निशान में भारत के गौरवशाली इतिहास का की शौर्य गाथा है और उपनिवेशवाद(Colonialism) से आजादी का प्रतीक है. नए निशान में ऊपरी बाएं कैंटन में राष्ट्रीय ध्वज, और फ्लाई साइड के केंद्र में एक नेवी ब्लू – गोल्ड अष्टकोण है.स्वर्ण अष्टकोणीय सीमाओं के साथ है, जो एक एंकर के ऊपर टिकी हुआ है, और एक ढाल पर लगा हुआ है. ढाल के नीचे, अष्टकोण के अंदर, एक सुनहरे बॉर्डर वाले रिबन में, गहरे नीले रंग की पृष्ठभूमि पर, स्वर्ण देवनागरी लिपि में भारतीय नौसेना का आदर्श वाक्य ‘सम नो वरुणः’ अंकित किया गया है.
पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
इसके पहले भी पीएम मोदी ने आजादी की वर्षगांठ पर लाल किले से पंच प्रणों में गुलामी की निशानियों से मुक्ति की बात भी कही थी,और अगर उनके पिछले 8 साल के शासन को देखा जाय तो उन्होंने ऐसी विरासतों को हटाने के कई ऐसे फैसले किए हैं, जो गुलामी के दौर के विरासत में आज भी चलाए जा रहे थे.