Gold News: सोने में निवेश का बड़ा मौका!
सिर्फ 500 रुपये में खरीदें गोल्ड ETF,
जेरोधा लेकर आया ये खास स्कीम
क्या आप सोने में (Gold News) निवेश करना चाहते हैं?
लेकिन आपके पास बड़ी रकम नहीं है?
चिंता न करें, जेरोधा (Zerodha) आपके लिए लेकर आया है एक खास स्कीम
जिसमें आप सिर्फ 500 रुपये में गोल्ड ETF ( Gold ETF) खरीद सकते हैं
जी हां, आपने सही सुना! (Gold News)
जेरोधा ने अपनी ‘गोल्ड SIP’ स्कीम शुरू की है
जिसमें आप हर महीने कम से कम 500 रुपये का गोल्ड ETF खरीद सकते हैं
यह स्कीम उन लोगों के लिए एकदम सही है (Long term Investment)
जो सोने में निवेश (Investment) करना चाहते हैं
लेकिन उनके पास बड़ी रकम नहीं है
इस स्कीम के तहत, आप:
- हर महीने कम से कम 500 रुपये का गोल्ड ETF खरीद सकते हैं
- अपनी SIP को किसी भी समय रोक या शुरू कर सकते हैं
- अपने SIP में कितना पैसा जमा करना है, यह तय कर सकते हैं
गोल्ड ETF में निवेश करने के कई फायदे हैं:
- यह एक सुरक्षित निवेश है
- यह मुद्रास्फीति से बचाव करता है
- यह आपके पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करता है
गोल्ड ETF में निवेश करते समय कुछ जोखिम होते हैं,
जिनमें शामिल हैं:
1. बाजार जोखिम: सोने की कीमतें बाजार की ताकतों से प्रभावित होती हैं, और उनमें उतार-चढ़ाव हो सकता है। यदि सोने (Gold News) की कीमतें गिरती हैं, तो आपके निवेश का मूल्य भी गिर जाएगा।
2. मुद्रास्फीति जोखिम: यदि मुद्रास्फीति की दर सोने की कीमतों में वृद्धि की दर से अधिक है, तो आपके निवेश का वास्तविक मूल्य समय के साथ कम हो जाएगा।
3. प्रबंधन शुल्क: गोल्ड ETF में निवेश करने पर आपको प्रबंधन शुल्क का भुगतान करना होगा। ये शुल्क आपके निवेश के रिटर्न को कम कर सकते हैं।
4. तरलता जोखिम: गोल्ड ETF शेयरों की (Gold News) तरह तरल नहीं होते हैं, और उन्हें बेचना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब बाजार अस्थिर हो।
5. भंडारण जोखिम: यदि आप भौतिक सोने में निवेश करते हैं, तो आपको इसे सुरक्षित रूप से स्टोर करने के लिए एक जगह ढूंढनी होगी। भंडारण के लिए आपको शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है, और चोरी या क्षति का जोखिम भी होगा।
6. राजनीतिक जोखिम: राजनीतिक घटनाओं से सोने (Gold News) की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी देश में राजनीतिक अस्थिरता है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
7. आर्थिक जोखिम: आर्थिक घटनाओं से सोने की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी देश में मंदी है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
8. ब्याज दर जोखिम: यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोने की कीमतें गिर सकती हैं।
9. विदेशी मुद्रा जोखिम: यदि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने में निवेश करते हैं, तो आपको विदेशी मुद्रा जोखिम का सामना करना पड़ेगा।
10. भू-राजनीतिक जोखिम: भू-राजनीतिक घटनाओं से सोने की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि दो देशों के बीच युद्ध होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
ये भी देखें: जानें दुनिया में सबसे ज्यादा गोल्ड किस देश के पास है,भारत किस नंबर पर है!
इन जोखिमों को कम करने के लिए, आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- अपने निवेश को विविधता प्रदान करें: सोने में निवेश करने के अलावा, अन्य परिसंपत्तियों में भी निवेश करें, जैसे कि स्टॉक, बॉन्ड और रियल एस्टेट।
- दीर्घकालिक निवेश करें: सोने में निवेश एक दीर्घकालिक रणनीति है। अल्पावधि में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि में सोने की कीमतें बढ़ने की संभावना है।
- अपने जोखिम सहनशीलता पर विचार करें: यदि आप जोखिम लेने से डरते हैं, तो सोने में निवेश आपके लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है।
गोल्ड ETF में निवेश करने से पहले, आपको अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम सहनशीलता पर ध्यान से विचार करना चाहिए।
यह भी सलाह दी जाती है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
तो देर किस बात की?
आज ही जेरोधा की ‘गोल्ड SIP’ (Gold News) स्कीम में निवेश शुरू करें
और सोने की (Inflation) बढ़ती कीमतों (Saving) का लाभ उठाए