अगर आपसे पूछे कि भारत (India) की सबसे ता कतवर महिला (Women) कौन है। तो आप उसके जवाब में या तो किसी अभिनेत्री (Actress) का नाम बताएंगे। या किसी राजनेता का नाम बताएंगे लेकिन आज जिस महिला के बारे में बात करने जा रहे हैं वह देश की सबसे ता कतवर महिला है। जो इन लोगों की तरह अमीर (Rich) नहीं है। ये एक मे हनती महिला है। यह महिला फोब्स (Forbes) की रिपोर्ट के अनुसार सबसे ता कतवर है। आइए विस्तार से बताते है पूरी खबर।
किन किन भारतीय महिलाओं का नाम है फोब्स की रिपोर्ट में
Forbes जिस भारतीय महिला (Indian Women) का नाम ता कतवर महिला के रूप में बताया है। यह महिला उड़ीसा (Odisha ) की रहने वाली है। जो एकआशा कार्यकर्ता (Worker) है। इन्हीं के साथ और भी महिला है। जिनको भारतीय ता कतवर महिला बताया है। उनमें से एक तो अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime) की हेड (Head) अपर्णा पुरोहित (Aparna Purohit) है और दूसरी सेल्सफोर्स इंडिया (Sales Force India) के सीईओ (CEO) अरुंधति भट्टाचार्य (Arundhati Bhattacharya)। लेकिन इनको छोड़कर लोग उड़ीसा की महिला की बात कर रहे हैं।
Many congratulations #Matilda_Kullu , the #ASHA worker of #Sundargarh being in the list of W-Power 2021 list of @Forbes@Naveen_Odisha she is an inspiration to millions, If you could allow special grants for these exceptional contributors please !https://t.co/sVW2ioqAll pic.twitter.com/KiPeS2luvE
— GLOWO | ଗ୍ଲୋ ( Global Western Odisha ) (@glowohelps) November 28, 2021
किस जगह रहती है यह ताकतवर महिला
आज लोग जिस महिला की बात कर रहे हैं उसका नाम मतिल्दा कुल्लू (Matilda Kullu) है। जो पेशे से एक आशा है। ये उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले की है। मतिल्दा की उम्र 45 वर्ष हैं। मतिल्दा कुल्लू का जीवन बहुत अच्छा नहीं रहा है। पहले लोग मतिल्दा की बातों पर हंसते थे। आज वही लोग उनका आदर करते हैं। आपको बता दें कि मतिल्दा कुल्लू रोजाना सुबह 5:00 बजे उठती हैं और फिर अपने पालतू जानवरों खाने की व्यवस्था करती हैं।
Also Read :- AMAZON JOBS: कुछ घंटे काम करके ऐसे कमाए 15 से 20 हजार रुपये….
मतिल्दा की दिनचर्या
आपको बता दें कि मतिल्दा साइकिल से पूरा गांव घूमती हैं। मतिल्दा गांव के हर घर जाती हैं। नवजात बच्चों को टीका लगवाने और किशोर,किशोरियों के खाना पान का ध्यान रखना। साथ ही गांव की गर्भवती महिलाओं का ध्यान रखना। और उनकी जरूरत का सामान मुहिया करना है। यही उनकी दिनचर्या है। मतिल्दा ने बताया कि उनके लिए सबसे बड़ा चै लेंज लोगों को वैक्सीन लगाना बना था। इन सब कार्यों की वजह से ही मतिल्दा का नाम फोब्स की रिपोर्ट में आया है।
Matilda Kullu has been an ASHA worker for 15 years. During the pandemic, she became the Covid Warrior for the 964 people of Gargadbahal village, in Baragaon tehsil of Odisha’s Sundargarh district. Here's her story
By @NaandikaT #ForbesIndiaWPower https://t.co/7KUfSzuncL
— Forbes India (@ForbesIndia) November 27, 2021