23.8 C
New York
Saturday, July 27, 2024

Buy now

Agarbatti Making Business: आप भी ऐसे शुरू कर सकते हैं अगरबत्ती का ये आसान बिजनेस,होगी अच्छी कमाई

  • Agarbatti Making Business in Hindi: Agarbatti Making बिजनेस क्या है?
  • अगरबत्ती के व्यापार की शुरुआत कैसे करें?
  • अगरबत्तियों के व्यवसाय के लिए कितना निवेश करना होगा?
  • अगरबत्ती बनाने के लिए कौन सी मशीनों का करना होगा चुनाव ?
  • अगरबत्ती बनाने के लिए किस प्रकार की सामग्री की जरूरत पड़ती है।

Agarbatti Making Business in Hindi: भारत एक धार्मिक विभिन्नताओं का देश है जहां सभी धर्मों के लोग निवास करते है , यहाँ पर सभी धर्मों और उनके धार्मिक मान्यताओं का भी महत्त्व रहा है। भारतीय संस्कृति में पूजा, पाठ, हवन, यज्ञ इत्यादि का महत्त्व पौराणिक समय से चलता आ रहा है। इसी कारण हमारे भारत में पूजा की सामग्री बहुत जोर-शोर से बिकती है। इस पूजन सामग्री में जो चीज़ सबसे ज़्यादा बिकती है, वह है ‘अगरबत्ती’(Agarbatti Making Business in Hindi)। यह ऐसी चीज़ है जिसे भारत में लगभग हर व्यक्ति पूजा में उपयोग करता है।

Topic: Agarbatti Making Business in Hindi:-

यह जरूरी नही है कि कोई विशेष धर्म का व्यक्ति ही पूजा सामग्री का उपयोग कर सकता है ना सिर्फ़ हिंदू लोग, बल्कि अन्य सभी जाति व धर्मों के लोग पूजा सामग्री का उपयोग करते हैं। फिर जब कोई त्यौहार या उत्सव हो, तब तो इनका प्रयोग और बढ़ जाता है। विशेषकर अगरबत्ती के व्यापार ऐसा व्यापर है जो सालभर चलता रहता है चाहे कैसी भी परिस्थितियां हो भले ही मंदी क्यों न आ जाए,

अगरबत्ती के व्यापार में कोई फर्क नही पड़ता है भारत ही नहीं, अन्य देशों में रहने वाले भारतीय लोग भी विभिन्न प्रकार की सुगन्धित अगरबत्तियाँ बड़े शौक से खरीदते हैं। अगरबत्ती भगवान के प्रति आस्था का प्रतीक हैं। इसे जलाने से पूरे घर मे सुगंधित धुआं फैलता है, घर मे प्रवेश करते मानो इस प्रतीत होने लगता है जैसे सारा घर पवित्र और निर्मल हो गया है। इतना ही नहीं, मध्यमवर्गीय परिवार तो इसे रूम फ्रेशनर की तरह उपयोग करते हैं।

Agarbatti Making बिजनेस क्या है

अगर आपने अगरबत्ती से सम्बंधित इतनी जानकारी हासिल कर ही ली हैं, तो आपके मन में अगरबत्ती का बिजनेस (Agarbatti Making Business in Hindi) करने का विचार तो ज़रूर आ रहा होगा। तो चलिए हम आपको बताते हैं अगरबत्ती का व्यवसाय करने के लिए आपको क्या करना होगा कहाँ से कच्चा माल एकत्रित करना है ,इस व्यापार में कितना निवेश करना होगा आदि.. और इससे जुड़ी जानकारी के बारे में आपको बताया जाएगा।

ये भी पढ़े- Pickle Business: अचार का बिजनेस में कितना खर्चा है, कितना एरिया और लाइसेंस कैसे ले?

अगरबत्ती के व्यापार की शुरुआत कैसे करें

यदि किसी व्यक्ति को हस्तनिर्मित अगरबत्तियां अथवा घरेलू उद्योग की शुरुआत करनी है तो, उसके लिए आपको लगभग 13000 रुपये का निवेश करना होगा। लेकिन एक समस्या यह है कि हाथ से बनाई गई अगरबत्तियों में मैन पॉवर तो चाहिए ही होता है, साथ ही इसमें समय भी बहुत अधिक लग जाता है। इसके अलावा बिना मशीन की सहायता से बनाई गई अगरबत्तियों के व्यवसाय में कमाई भी अपेक्षाकृत कम होती है। अतः मशीनों से अगरबत्तियाँ बनाने का व्यवसाय शुरू करना ही बेहतर रहता है।

अगरबत्तियों के व्यवसाय के लिए कितना निवेश करना होगा?

यदि आप भी मशीन से अगरबत्ती बनाने का व्यवसाय (Agarbatti Making Business) शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको करीब 5 लाख रुपये का निवेश करना होगा। इसमें से मैन्यूअल मशीन 14 हज़ार रुपये की, सेमी ऑटोमेटिक मशीन 90 हज़ार रुपये की और हाई स्पीड मशीन का मूल्य करीब 1.15 लाख रुपये के आसपास होता है। इन मशीनों पर किए गए निवेश के अलावा कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने में भी कुछ धन ख़र्च होता है।

अगरबत्ती बनाने के लिए कौन सी मशीनों का करना होगा चुनाव ?.

आप अगरबत्ती का बिजनेस करना चाहते हैं या बड़ा बिजनेस करना चाहते है , लेकिन दोनों ही स्तर के बिजनेस के लिए आपको तीन प्रकार की मशीनों की आवश्यकता होगी। जब अगरबत्ती बनाने के लिए मशीन की आवश्यकता होती है (मैनुअल, ऑटोमेटिक मशीन और हाई स्पीड ऑटोमेटिक मशीन) , कच्चे माल को सुखाने के लिए मशीन में इसका पाउडर मिलाने के लिए भी अलग से मशीन की ज़रूरत पड़ती है। चलिए विस्तार से जानते हैं इन मशीनों के बारे में-

(1) Manual Machine मैनुअल मशीन

सबसे पहले हम बात करेंगे मैनुअल मशीन (Manual Machine) की इस मशीनका मूल्य कम होता है और इसकी क्वालिटी भी अच्छी होती है, साथ ही इसमें बेहतरीन उत्पादन की क्षमता होती है। मैनुअल मशीन डबल और सिंगल पैडल दोनों ही तरह की होती हैं, इसलिए इन्हें ऑपरेट करना भी बहुत आसान होता है।

(2) ऑटोमेटिक या स्वचालित मशीन (Automatic Machine) –

अगरबत्तियों के ज़्यादा उत्पादन के लिए तो ऑटोमेटिक मशीन चुनना सही रहता है। इसका पैटर्न और डिज़ाइन अलग-अलग प्रकार का होता है और यह आपको विभिन्न आकारों में सरलता मार्केट में मिल जाएगी। इन मशीन के खासियत यह होती है कि इसमें सिर्फ़ 1 मिनट में ही 150 से 180 अगरबत्तियाँ निर्मित करती हैं। इस मशीन में अगरबत्ती किसी भी प्रकार की बन सकती है ।

(3)हाई स्पीड मशीन (High speed Machine) –

यह मशीन पूर्णतः ऑटोमेटिक होती है, इसलिए इस मशीन को ऑपरेट करने के लिए बहुत कम व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती है। अतः कर्मचारियों को दिया जाने वाला वेतन बचता है और उत्पादन भी अधिक होता है। इस मशीन से 1 मिनट में 300 से 450 अगरबत्तियाँ बनकर तैयार हो जाती हैं। इस मशीन द्वारा 8 से 12 इंच तक अगरबत्तियों की लंबाई रखी जा सकती है।

ये भी पढ़े- पापड़ बनाने का Business में क्या होता है profit, कितना करना होगा invest .

अगरबत्तियाँ सुखाने की मशीन (Incense Stick Dryer Machine) भी है ज़रूरी

अगरबत्ती सुखाने की मशीन है अनेक प्रकार के मॉडल्स में उपलब्ध होती हैं। यह ड्रायर मशीन आपको 25 हज़ार रुपये के अंदर ही मिल जाएगी। इस मशीन के द्वारा 8 घंटों में 160 किलोग्राम से ज्यादा अगरबत्तियाँ को सुखाया जा सकता हैं। यह मशीन उत्पादन में वृद्धि करने में सहायक होती है। अगरबत्ती बनाते वक़्त इस बात का ख़ास ध्यान रखना होता है कि इन्हें धूप में नहीं सूखाना चाहिए तथा अगरबत्तीयाँ यदि अलग-अलग करके ना रखी गई तो यह आपस में चिपक कर बेकार हो जाएंगी, इसलिए इन बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

– अगरबत्ती का मिश्रण मिलाने की मशीन (Incense Stick Powder Mixer Machine)

अगरबत्तियों का मिश्रण मिलाने वाली मशीनें अनेक मॉडल्स उपलब्ध हैं और अलग-अलग उत्पादन क्षमता के साथ आती हैं। इन मशीनों को खरीदने के लिए आपको 32 हज़ार रुपये का निवेश करना होता है। इससे अगरबत्ती के गीले और सूखे दोनों ही तरह के मिश्रण सरलता पूर्वक मिलाए जा सकते हैं।

सुगंधित अगरबत्तियाँ

मार्केट में खुशबूदार अगरबत्तियाँ का बेशुमार भंडार है । अगरबत्तियों को सुगंधित बनाने के लिए इन्हें सुखाने के बाद ख़ास प्रकार की सुगंधित सामग्री में डुबोना होता है। सुगंधित अगरबत्तियों के निर्माण के लिए मार्केट में डाईथ्य्ल फ्थालाटे (Diethyl Phthalate-DEP) नामक तत्व, जिसे DEP भी कहते हैं तथा खुशबूदार परफ्यूम को 4: 1 के अनुपात से मिक्स करके अगरबत्तियों को इसमें डूबा दिया जाता है और फिर से सुखाकर बाद में इसकी पैकिंग की जाती है।

अगरबत्ती बनाने के लिए किस प्रकार की सामग्री की जरूरत पड़ती है।

अगरबत्ती के व्यापार से सम्बंधित कच्चे माल में ग़म पाउडर, चारकोल पाउडर, नर्गिस पाउडर, खुशबूदार तेल, पानी, परफ्यूम, फूलों की पंखुडियाँ, चंदन की लकड़ी, जिलेटिन पेपर, शॉ-डस्ट और पैकिंग के लिए सामग्री इत्यादि चीजों की ज़रूरत होगी।

अगरबत्ती के व्यापार के लिए आप कच्चे माल की सारे देश में किसी भी जगह से कर सकते हैं। बहुत-सी बड़ी-बड़ी कंपनियाँ अगरबत्ती निर्माण के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराती हैं जैसे-अहमदाबाद में एम के पांचाल इंडस्ट्रीज़, अमूल अगरबत्ती वर्क्स और शांति एंटरप्राजेज। इसी तरह कोलकात्ता में कृष्णा ग्रुप, लोकनाथ अगरबत्ती इत्यादि। आप अपने शहर में ही स्थित ऐसी किसी भी कंपनी को ऑनलाइन सर्च करके भी सरलता पूर्वक खोज सकते हैं और वहाँ से कच्चा माल प्राप्त कर सकते हैं।

व्यापार का पंजीकरण करवाना जरूरी है।

चाहे आप कोई भी व्यवसाय क्यों ना कर रहे हों, उसका पंजीकरण करवाना भी आवश्यक होता है। इसी प्रकार से अगर आप Agarbatti Making Business बड़े स्तर पर कर रहे हैं तो आपको उसका पंजीकरण करवाना आवश्यक होगा। इसके लिए आपको अपनी कंपनी के आकार के मुताबिक ही ROC व SSI यूनिट में अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। व्यवसाय का पंजीकरण करवाने से आपको यह फायदा होगा कि इससे आपको बिजनेस के लिए लाइसेंस प्राप्त होगा और आपकी कंपनी ग्राहकों और निवेशकों के लिए भरोसेमंद हो जाएगी

पैकेजिंग भी होनी चाहिए आकर्षक (Packaging and Supply)

अगरबत्तियों की निर्माण प्रक्रिया और इसमें किए जाने वाले निवेश के बारे में तो आपने सारी जानकारी पढ़ ली है। यदि आप बेहतरीन तरीके से उत्पाद बना रहे हैं, लेकिन आपने उसकी पैकेजिंग में कमी रख दी तो आपकी सारी मेहनत धरी रह जाएगी, क्योंकि किसी भी उत्पाद की पैकेजिंग का ग्राहकों पर खासा असर पड़ता है। अतः आपको ऐसी पैकेजिंग तैयार करनी होगी की आपका प्रोडक्ट आकर्षक लगे। आकर्षक पैकेजिंग होने पर ही आपके उत्पाद ग्राहकों के बीच लोकप्रिय भी होंगे और आपके उत्पाद की मार्केटिंग भी अच्छी होगी।

कितना होगा मुनाफा?

शुरुआत में सिर्फ निवेश ही होता है मुनाफे के बारे में टोह सोच भी नही सकते कि अभी मुनाफा मिलने लगेगा। लेकिन धीरे-धीरे उत्पादन और बिक्री बढ़ने के साथ ही कमाई भी बढ़ती जाती है। अगरबत्ती व्यवसाय में भी ऐसा ही है, एक बार बिजनेस जम जाने के बाद आपको हर वर्ष 30 लाख रुपये तक की कमाई भी हो जाती हैं। फिर कर्मचारियों का वेतन, कच्चा माल और मशीनों की सार संभाल पर होने वाले ख़र्च को निकालने पर 10% मुनाफा यानी 3-4 लाख रुपये की शुद्ध कमाई तो आराम से हो जाती है। हर महीने के हिसाब से देखें तो आपको 25-30 हज़ार रुपये का मुनाफा हर महीने हो जाता है

Related Articles

Stay Connected

51,400FansLike
1,391FollowersFollow
23,100SubscribersSubscribe

Latest Articles