नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) बॉलीवुड फिल्म में देखे जाते हैं। पुरानी फिल्मों में नसीरुद्दीन शाह का नाम चलता था। एक समय में नसरुद्दीन शाह की फिल्मों में बादशाहत थी। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह आये दिन चर्चा का विषय बने रहते हैं। दरअसल नसीरुद्दीन शाह समय-समय पर कुछ ऐसा बयान दे जाते हैं। जिससे वे मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगते हैं। सबसे पहले नसरुद्दीन शाह चर्चा में तब आए थे। जब उन्होंने भारत में रहने वाले एक विशेष समुदाय की सु रक्षा को लेकर एक बयान दिया था। हाल ही में नसीरुद्दीन शाह ने फिल्मों के लेकर एक ऐसा बयान दिया है। जिसे जानने के बाद शायद ही आप खुश होंगे। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
फिल्म निर्माताओं को सरकार समर्थित फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा
बीते दिनों फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म जगत के लिए एक बयान देते हुए कहा है कि फिल्म निर्माताओं को सरकार समर्थित फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही साथ अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने यह भी कहा कि कुछ फिल्में ज्यादा बजट की आ रही है। जिनके भाषाई ए जेंडे होते हैं। पहले बॉलीवुड में ऐसा नहीं होता था। नसीरुद्दीन शाह ने कथित तौर पर कहा कि अब सरकार फिल्म जगत को अपने हाथों में लेना चाहती है। क्या अब मनोरंजन पर भी सरकार नजर रखना चाहती है।
फिल्म इंडस्ट्री में पैसों वालों का है बोलबाला
समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत के दौरान नसरुद्दीन शाह ने कहा कि उन्होंने इससे पहले कभी भी फिल्म इंडस्ट्री में अलग होने जैसा नहीं महसूस किया था। नसरुद्दीन शाह ने कहा कि “मुझे नहीं पता कि मु स्लिम समुदाय ने कभी फिल्म इंडस्ट्री में अलग होने जैसा महसूस किया या नहीं। फिल्मों में हमारा योगदान अभी तक काफी महत्वपूर्ण रहा है। फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ एक ही भगवान है और वो है पैसा। जितना पैसा आपके पास है उतनी ही इ ज्जत आपको मिलेगी। आज भी तीनों खान सबसे आगे चल रहे हैं।”
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नसीरुद्दीन शाह को भी किसी ने नाम बदलने की दी थी सलाह
नसीरुद्दीन शाह ने आगे बताया कि “जब मैं फिल्म इंडस्ट्री में शामिल हुआ था तब मुझे भी किसी ने नाम बदलने की सलाह दी थी।” मीडिया से बातचीत के दौरान ही नसरुद्दीन आगे कहते हैं कि आजकल फिल्में भी प्रचार की तरह बनने लगी है। फिल्मों में हम सरकार का प्रचार प्रसार देखते हैं। कई वेब सीरीज में हम देख चुके हैं कि किस तरह से कोई फिल्म लेफ्ट का होता है तो कोई राइट का। हालांकि फिल्म निर्माता सिर्फ मनोरंजन के तौर पर फिल्म बनाना चाहते हैं, लेकिन वे स्वतंत्र रूप से नहीं बना पा रहे हैं।