Pakistan Zindabad Mob Lynching Karnataka: पाकिस्तान जिंदाबाद’ चिल्लाने वाले की भीड़ ने ली जान: क्रिकेट मैच के दौरान कर्नाटक में दिल दहला देने वाली घटना, 15 गिरफ्तार
Onews.in | 29 अप्रैल 202
कर्नाटक के मंगलुरु जिले में एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान ऐसा वाकया हुआ जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, उसी दौरान एक युवक ने भीड़ के बीच ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगा दिया। इसके बाद जो हुआ, वो इंसानियत को शर्मसार कर गया — गुस्साई भीड़ ने उस युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
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Pakistan Zindabad Mob Lynching Karnataka: क्या है पूरा मामला?
घटना मंगलुरु के कुडुपु इलाके की है। एक स्थानीय मैदान में क्रिकेट मैच चल रहा था। वहां मौजूद एक अज्ञात युवक ने अचानक ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही पलों में भीड़ उग्र हो गई और युवक पर टूट पड़ी। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, युवक को इतने बेरहमी से पीटा गया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
भीड़ की हिंसा पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा,
“यह एक गंभीर अपराध है। कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है। पुलिस पूरी घटना की गहराई से जांच कर रही है।”
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भी इस घटना को “क्रूर” करार दिया और कहा कि सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।
Pakistan Zindabad Mob Lynching Karnataka: 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद देश में उबाल
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा उफान पर है। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। भारत सरकार ने इसके जवाब में सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी रद्द कर दिए।
विदेश मंत्रालय के अनुसार,
“27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वैध वीजा रद्द माने जाएंगे। केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक मान्य रहेंगे।”
क्या कहता है कानून और समाज?
इस घटना ने एक बार फिर भीड़ द्वारा न्याय (Mob Lynching) के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि भावनाओं में बहकर हिंसा करने से कानून का शासन कमजोर होता है और देश की सामाजिक एकता पर खतरा मंडराता है।

Pakistan Zindabad Mob Lynching Karnataka: ओपिनियन नफरत नहीं, न्याय चाहिए
‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ जैसे नारे निश्चित तौर पर भड़काऊ हो सकते हैं, लेकिन इसका जवाब कानून के दायरे में रहकर ही दिया जाना चाहिए। लोकतंत्र में गुस्से का जवाब हिंसा नहीं, बल्कि न्याय होता है।