दानिश कनेरिया का सवाल: ‘अगर पाकिस्तान शामिल नहीं है तो PM शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले की निंदा क्यों नहीं की?’
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क्या हुआ पहलगाम में?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयानक आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस हमले की निंदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है, लेकिन पाकिस्तान सरकार की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।
Another brutal attack in Pahalgam. From Bangladesh to Bengal to Kashmir, the same mindset targets Hindus. But 'seculars' and judiciary insist the attackers are 'oppressed minorities.' Victims deserve justice. pic.twitter.com/GtA5WpFjIr
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) April 22, 2025
दानिश कनेरिया का बयान और सवाल
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने अपने देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की चुप्पी पर कड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा, “अगर पाकिस्तान इस हमले में शामिल नहीं है, तो फिर अब तक इसकी निंदा क्यों नहीं की गई?” कनेरिया का यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान की सरकार पर निशाना है, बल्कि आतंकी घटनाओं को लेकर दोहरे रवैये पर भी चोट करता है।
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कनेरिया की सोशल मीडिया पोस्ट्स
दानिश कनेरिया ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने हिंदुओं को टारगेट करने वाले हमलों को लेकर गहरी चिंता जताई। उनके अनुसार, “चाहे बांग्लादेश हो, बंगाल या कश्मीर, एक मानसिकता हिंदुओं को निशाना बना रही है।”
उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो हमलावरों को ‘उत्पीड़ित अल्पसंख्यक’ बताकर बचाते हैं, और न्यायपालिका के दोहरे रवैये पर सवाल खड़े किए।
If Pakistan truly has no role in the Pahalgam terror attack, why hasn’t Prime Minister @CMShehbaz condemned it yet? Why are your forces suddenly on high alert? Because deep down, you know the truth — you’re sheltering and nurturing terrorists. Shame on you.
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) April 23, 2025
पाकिस्तानी यूजर्स की प्रतिक्रिया
Keneriya की पोस्ट पर कुछ पाकिस्तानी यूजर्स ने नाराजगी जताई। एक यूजर ने लिखा, “तुम पाकिस्तान में खाकर पाकिस्तान के खिलाफ बोलते हो।” इसके जवाब में कनेरिया ने कहा, “मैं पाकिस्तान की जनता के खिलाफ नहीं, आतंकवाद को पोषित करने वाली नीतियों के खिलाफ बोलता हूं।”
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कनेरिया की इंसानियत और सच्चाई की अपील
कनेरिया ने साफ कहा कि वह “मानवता के साथ खड़े हैं, आतंक के साथ नहीं।” उन्होंने लिखा, “मैंने पाकिस्तान की जर्सी पहनकर गर्व से खेला, लेकिन केवल हिंदू होने के कारण मुझे भी अलग नजर से देखा गया।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी सीनेटर बिल हैगर्टी के ट्वीट्स को रीट्वीट करते हुए आतंक के खिलाफ कड़ा संदेश दिया।
Why is it that they never target local Kashmiris, but consistently attack Hindus — be it Kashmiri Pandits or Hindu tourists from across India? Because terrorism, no matter how it’s disguised, follows one ideology — and the whole world is paying the price for it. #Pahalgam
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) April 23, 2025
निष्कर्ष: आतंक के खिलाफ एकजुटता
दानिश कनेरिया का साहसिक बयान एक बड़ा सवाल उठाता है—क्या आतंक की निंदा सिर्फ कुछ देशों की ज़िम्मेदारी है? पाकिस्तान सरकार की चुप्पी और सेना का हाई अलर्ट पर आना कई शक पैदा करता है।
अगर पाकिस्तान आतंक का समर्थन नहीं करता, तो उसकी सरकार आतंक की निंदा करने से क्यों हिचकती है?