Jat reservation: अखिल भारतीय जाट महासभा की ओर से मेरठ में प्रांतीय सम्मेलन रखा गया। इस सम्मेलन में एक बार फिर से जाट आरक्षण के मुद्दे को हवा दी गई। सम्मलेन में कहा गया कि अब आरक्षण के लिए आर पार की लड़ाई होगी। सम्मलेन में कहा गया की जरूरत पड़ी तो बलिदान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस सम्मेलन में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने संबोधित करते हुए जाटों को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आरक्षण जाट समाज का हक है।
चुनाव से पहले Jat reservation का मुद्दा हुआ गरम
नरेश टिकैत मुख्य वक्ता के तौर इस कार्यक्रम में बुलाया गया था। अपने भाषण में, ‘हमारा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि जाट अस्तित्व बचाने के लिए एकजुट हुए हैं।’ अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी ने कहा कि आरक्षण हमारा हक और किसी भी कीमत पर हम इसे लेकर रहेंगे। इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े। यह सम्मेलन कंकरखेड़ा के शगुन फार्म हाउस में आयोजित किया गया था। इस सामेलन में राष्ट्रीय लोकदल के कई जाने-माने नेता शामिल हुए थे।
सचिव राजकुमार सांगवान ने साधा बीजेपी पर निशाना
इस सम्मलेन में अखिल भारतीय राष्ट्रीय जाट महासभा के प्रदेश जिला संयोजक सुधीर चौधरी और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्य के जाट समाज के लोगों ने शिरकत की। रालोद के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार सांगवान ने सम्मेलन में कहा की साल 2014 में चौधरी अजित सिंह के प्रयासों से केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जाटों को केन्द्र में आरक्षण दिया था, मगर जब केन्द्र में बीजेपी सरकार आई तो जाट आरक्षण रद्द हो गया।