IAS Story:मिलिए देश की सबसे खुबसूरत अधिकारी से,
कहते हैं कि, ख़ूबसूरती सिर्फ़ (IAS Story)भौतिक शरीर में नहीं होती बल्कि, यह तन, मन और कर्म से मिलकर होती है!
सिर्फ़ सुंदर चेहरा और सुंदर काया की बदौलत किसी को खूबसूरत नहीं कहा जा सकता। तो आज हम आपको एक ऐसी ही खूबसूरत लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपनी कड़ी मेहनत से दुनिया में होने वाली कठिनतम परीक्षाओं में से एक को पास कर अपना और देश का नाम रौशन किया है। आज वो देश की सेवा में कार्य कर रही हैं!
हम उनकी खूबसूरती की तुलना इस सबसे कठिन परीक्षा की टॉपर रहीं एक अधिकारी टीना डाबी से कर रहे हैं। इन दोनों महिलाओं ने युवा पीढ़ी को खासकर लड़कियों में एक खास तरह का विश्वास पैदा किया है। उनके कार्य की प्रशंसा चारों तरफ़ होती है!
दरअसल, आज हम आपको बताने जा रहे हैं प्रियंका गोयल के बारे में! प्रियंका एक आईएएस (IAS Story) अधिकारी हैं! उन्होंने साल 2022 में यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास की। लगातार पांच बार असफल रहने रहने के बाद प्रियंका ने कड़ी मेहनत से अपने अंतिम प्रयास में यह सफलता हासिल की। उन्हें ऑल इंडिया रैंक (All India Rank) 369 मिला। अब वह भारत सरकार (Indian Govt) की सेवा से जुड़ चुकी हैं!
ग़ौरतलब हो कि, दिल्ली की रहने वाली प्रियंका ने महाराजा अग्रसेन मॉडल स्कूल से स्कूली पढ़ाई करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के केशव यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया। फिर वह यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। करीब छह साल की कड़ी मेहनत के बाद प्रियंका को यह सफलता मिली थी। उन्होंने अपने ऑप्शनल सब्जेट लोक प्रशासन में सबसे ज्यादा 292 अंक हासिल किए थे।
दूसरी तरफ सोशल मीडिया खासकर इंस्टाग्राम को अपने समाज में गंभीरता से नहीं लिया जाता।
लेकिन, प्रियंका और टीना डाबी जैसी महिलाएं इस धारणा को तोड़ रही हैं। टीना डाबी वर्ष 2015 की यूपीएससी टॉपर हैं। वह शुरू से ही इंस्टाग्राम पर काफी सक्रिय रहती हैं। इंस्टाग्राम पर उनके कुल 1.6 मिलियन (16 लाख) फॉलोवर्स हैं। वह फॉलोवर्स के मामले में फिल्मी सितारों को टक्कर देती हैं। इस वक्त वह राजस्थान में तैनात हैं।
प्रियंका गोयल इस वक्त युवाओं की आइडियल हैं. वह उस धारणा को तोड़ रही हैं जिसमें हमारा समाज सोचता है कि फैशन और ग्लेमरस लड़के-लड़कियां पढ़ाई में अव्वल नहीं होते। दरअसल, उन्होंने यह साबित किया है कि ग्लैमर्स और फैशन सेंसेबल होना आज की जरूरत है।
प्रियंका की कहानी काफी इंस्पायरिंग है। कोरोना काल में बीमार मां की देखभाल करते हुए उन्होंने पढ़ाई की। लगातार असफल होने के कारण उनपर शादी को लेकर परिवार का दबाव बढ़ने लगा. कई बार उनका भरोसा भी डिगने लगा। लेकिन, उन्होंने हर बार खुद को संभाला और पहले से अधिक मेहनत से अपनी परीक्षा दी। फिर अंत में उनको सफलता हाथ लगी।