इस्लामी भीड़ के हमले में पति-बेटे को खो चुकी महिला की करूण पुकार
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके में हुए सांप्रदायिक हिंसा ने एक बार फिर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वक्फ बोर्ड कानून के विरोध में भड़की हिंसा में इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदू समुदाय को निशाना बनाया, जिसमें हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की हत्या कर दी गई। अब उनकी बुजुर्ग पत्नी सड़क पर रो-रो कर इंसाफ की गुहार लगा रही है।
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गंगा पार कर जान बचा रहे हिंदू परिवार, 400 से ज्यादा ने छोड़े अपने घर
बीजेपी के मुताबिक, हिंसा के चलते 400 से अधिक हिंदू परिवार अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। नावों के सहारे ये लोग गंगा पार कर मालदा जिले के लालपुर गाँव में शरण ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में महिलाएँ अपने बच्चों को गोद में लिए रोती नजर आ रही हैं, जिससे माहौल और भी संवेदनशील हो गया है।
The Hindus have started fleeing from Dhuliyan, Murshidabad.
The state administration under the rule of @MamataOfficial has failed miserably to protect the life and property of the Hindus there.
In Bangladesh, the Hindus were attacked decades back and recently again, now the… pic.twitter.com/QSAHEoyWVB— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) April 12, 2025
BSF पर हमला, ममता के मंत्री ने लगाया जवानों पर गोली चलाने का आरोप
कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद जब बीएसएफ जवान हालात काबू में करने पहुँचे, तो उन पर भी हमला हुआ। इसके बावजूद ममता सरकार के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने बीएसएफ को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मौतें राज्य पुलिस की नहीं, BSF की गोलियों से हुई हैं।
राजनीति गरमाई: BJP ने ममता सरकार को घेरा, NIA और AFSPA की माँग
बीजेपी नेताओं ने इस घटना को हिंदुओं पर सीधा हमला बताया है। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इसे ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार देते हुए NIA जाँच की माँग की है। वहीं सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मुर्शिदाबाद समेत चार जिलों में AFSPA लागू करने की अपील की है।
Left to nowhere. An infant displaced by #Samsherganj violence. Atrocities on a Hindu mother, beyond words, in a state headed by a woman. pic.twitter.com/MnAVCeHorY
— Sreerupa Mitra Chaudhury Nirbhoy Didi, Legislator (@sreerupa_mitra) April 13, 2025
पुलिस पर उठे सवाल, इंटरनेट बंद और धारा 163 लागू
राज्य पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल उठे हैं। घटनास्थल पर तैनात पुलिस हिंसा को रोकने में नाकाम रही, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद प्रशासन ने धारा 163 लागू कर दी और इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई। अब तक 150 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।