राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना रेलवे की बदइंतजामी का नतीजा है, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। लालू यादव ने कहा कि रेल मंत्री को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने महाकुंभ को बेकार बताते हुए कहा कि कुंभ का कोई अर्थ नहीं है, यह फिजूल है।
शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे की जांच के आदेश रेलवे की ओर से दिए गए हैं।
#WATCH | Stampede at New Delhi Railway Station | Patna, Bihar: Former Union Railway Minister and RJD Chief Lalu Prasad Yadav says, "The incident is very unfortunate and I offer my condolences to the victims. This is a mismanagement by the Railway that led to the loss of so many… pic.twitter.com/83icLBvtSm
— ANI (@ANI) February 16, 2025
पीड़ित परिवारों को मुआवजा
भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। रविवार सुबह 6 बजे तक कुल 71 ट्रेनों का संचालन किया गया, जिनसे 1.60 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। शनिवार को कुल 339 ट्रेनों का संचालन हुआ, जिसमें 14.76 लाख से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की। रेलवे ने यह भी पुष्टि की है कि सभी नियमित ट्रेनें अपने तय समय पर चल रही हैं और यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा, बिना आरक्षण वाली ट्रेनों का संचालन भी यात्रियों की मांग के अनुसार किया जा रहा है।
रेल मंत्री ने जताया शोक
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना से मैं गहरे दुख में हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। रेलवे की पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता में जुटी है।”
कैसे हुई भगदड़
शनिवार देर रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर अचानक भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह यात्रियों के बीच फैल गई थी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हादसे के बाद रेलवे ने प्लेटफॉर्म पर भीड़ का दबाव कम करने के लिए चार विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की।