Kirana Hills Radiation Leak पर मचा बवाल: अमेरिका का आया बड़ा बयान, जानें पूरी सच्चाई
नेशनल डेस्क |
पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने किराना हिल्स को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। हाल ही में भारत द्वारा किए गए एयरस्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से फैलने लगा कि इस कार्रवाई के चलते किराना हिल्स में रेडियोएक्टिव लीक (Radiation Leak) हुआ है। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर चिंता की लहर दौड़ गई। अब इन दावों पर अमेरिका ने भी आधिकारिक बयान जारी कर अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
Also Watch This:- BSF जवान पीके साहू की पाकिस्तान से वापसी | अटारी बॉर्डर से 21 दिन बाद लौटे भारत
क्या है किराना हिल्स और ऑपरेशन सिंदूर का संबंध?
भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के दो बड़े एयरबेस — सरगोधा और नूर खान एयरबेस — पर हवाई हमले किए थे। ये दोनों ठिकाने पाकिस्तान की न्यूक्लियर कमांड संरचना के बेहद करीब स्थित हैं:
-
नूर खान एयरबेस: पाकिस्तान के न्यूक्लियर कमांड सेंटर से कुछ ही किलोमीटर दूर।
-
सरगोधा एयरबेस: किराना हिल्स से करीब 20 किमी की दूरी पर।
इन हमलों के बाद यह अफवाह फैली कि भारत ने किराना हिल्स को निशाना बनाया, जिससे वहां रेडिएशन लीक हुआ। कुछ रिपोर्ट्स में यहां तक दावा किया गया कि अमेरिका ने जांच के लिए एक खास विमान भी पाकिस्तान भेजा।
Also Read This:- पाकिस्तान में विदेशी ने कहा ‘जय हिंद’, वायरल वीडियो ने हर भारतीय को किया गर्वित
Kirana Hills Radiation Leak अमेरिका ने क्या कहा?
13 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिकी विदेश विभाग के डिप्टी प्रवक्ता थॉमस पिगॉट ने कहा:
“हमारे पास फिलहाल इस विषय पर कोई ठोस जानकारी नहीं है और हम इन दावों की पुष्टि नहीं करते।”
यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि अमेरिका इन दावों को न तो स्वीकार करता है और न ही खारिज, लेकिन फिलहाल किसी भी तरह की पुष्टि नहीं हुई है।
भारतीय सेना ने बताया अफवाह
भारतीय सेना ने पहले ही इन खबरों का खंडन करते हुए साफ किया था कि किराना हिल्स जैसी किसी संवेदनशील न्यूक्लियर साइट पर कोई हमला नहीं हुआ है। सेना ने कहा कि यह सब “अफवाहें और रणनीतिक भ्रम फैलाने की कोशिश” हैं।
Kirana Hills Radiation Leak अमेरिका ने सराहा भारत-पाक शांति प्रयास
थॉमस पिगॉट ने यह भी कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संवाद और सीजफायर के प्रयासों की सराहना करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शहबाज शरीफ की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए कहा:
“हम खुश हैं कि दोनों देश बातचीत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, और हम उनके प्रयासों को समर्थन देते हैं।”

निष्कर्ष: अफवाहों से सावधान रहना जरूरी
किराना हिल्स में रेडिएशन लीक की खबरें फिलहाल अधिकारिक पुष्टि से कोसों दूर हैं। अमेरिकी और भारतीय दोनों ही पक्षों ने इस मामले में कोई भी ठोस तथ्य सामने नहीं रखा है। इसलिए सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर आंख मूंदकर विश्वास करना सही नहीं होगा।