आदिल हुसैन ठोकर का घर उड़ाया गया: मां बोलीं- “बेटा सरेंडर कर दो, ताकि हम शांति से जी सकें”
न्यूज़ हाइलाइट्स
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सेना ने आतंकी आदिल हुसैन ठोकर का घर विस्फोटक से उड़ाया
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आदिल पर पहलगाम हमले में शामिल होने का शक, जिसमें 26 लोग मारे गए
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मां शाहजादा बानो ने आदिल से सरेंडर करने की अपील की
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भाई, पिता और अन्य रिश्तेदारों को लिया गया हिरासत में
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गांव के लोग बोले- “आदिल के गुनाह की सजा उसके परिवार को न मिले”
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पूरी खबर
अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के निकट गुरी गांव में गुरुवार देर रात सेना ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकी संदिग्ध आदिल हुसैन ठोकर के घर को विस्फोटक से उड़ा दिया।
आदिल पर पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शामिल होने का शक है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।
घर को उड़ाने से पहले, सुरक्षा बलों ने आदिल की मां शाहजादा बानो को वह स्थान दिखाया जहां आदिल के खाना खाने की खबर मिली थी।
इसके बाद, रात करीब 12:30 बजे सेना ने घर को विस्फोटकों से ध्वस्त कर दिया। सेना ने स्निफर डॉग्स की मदद से मलबे की गहन तलाशी ली, ताकि कोई अप्रशोधित विस्फोटक न रह जाए।
मां का दर्द: “बेटा सरेंडर कर दे, ताकि हम चैन से रह सकें”
शाहजादा बानो ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“मेरा बेटा 2018 से गायब है। आखिरी बार उसने कहा था कि वह बडगाम में परीक्षा देने जा रहा है। फिर उसका फोन बंद हो गया और हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।”
बानो ने रोते हुए अपील की,
“अगर आदिल कहीं है और कुछ गलत किया है, तो मैं उससे अपील करती हूं कि वह सरेंडर कर दे, ताकि हम शांति से जीवन जी सकें।”
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों द्वारा जारी स्केच उनके बेटे से मेल नहीं खाता।
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2018 में पाकिस्तान गया था आदिल
सूत्रों के अनुसार, आदिल 2018 में स्टडी वीजा पर पाकिस्तान चला गया था और 2024 में एलओसी पार कर भारत में फिर से घुस आया। पहलगाम हमले के बाद, आदिल के पिता वलीम मोहम्मद ठोकर, भाई जाहिर और अर्शलम, तथा चचेरे भाई जुलनकर और सज्जाद को हिरासत में ले लिया गया है। बानो को भी एक दिन के लिए पूछताछ में रखा गया था।
गांव में मातम, लोगों ने जताई चिंता
गुरी गांव, जहां करीब 4000 लोग रहते हैं, इस घटना के बाद सदमे में है।
स्थानीय दुकानदार हाफिज ने बताया कि
“आदिल पढ़ाई में तेज था। वह सरकारी डिग्री कॉलेज, खानबल से ग्रेजुएट था और इग्नू से मास्टर कर रहा था।”
एक अन्य ग्रामीण तारिक अहमद ने कहा,
“अगर आदिल ने कोई गुनाह किया है, तो उसे सजा मिले। लेकिन उसके परिवार को इस तरह सजा देना उचित नहीं है।”
गांव के लोग भी यही मांग कर रहे हैं कि आदिल के परिजनों को जल्द रिहा किया जाए और निर्दोषों को न सताया जाए।
मोदी सरकार का एक्शन शुरू हो चुका है। 🔥
आतंकियों का अंत शुरू सेना ने आतंकी शेख आदिल के घर की धज्जियां उड़ाई। pic.twitter.com/sSt9iX6ZmL— पंडित हेतराम विदुआ (@HetramMishra) April 25, 2025
निष्कर्ष
यह घटना जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने की जमीनी सच्चाई को उजागर करती है। जहां एक ओर सुरक्षा बल आतंक को जड़ से मिटाने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं, वहीं आम नागरिकों और परिवारों के सामने असहनीय पीड़ा खड़ी हो रही है।
शाहजादा बानो की अपील सिर्फ एक मां की पुकार नहीं है, बल्कि शांति की तलाश कर रहे कश्मीर के हर परिवार की आवाज है।