Gold Price and Israel-Iran Tension:1 लाख रुपये पार करने के बाद अब कहां पहुंचेगा सोना? जानें ईरान-इजरायल तनाव से क्या पड़ेगा असर
नई दिल्ली – सोने की कीमतें शुक्रवार को एक ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गईं जब यह ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर गई। MCX पर अगस्त वायदा सोना ₹2,011 यानी 2.04% बढ़कर ₹1,00,403 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। इस उछाल के पीछे मुख्य वजह मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव माना जा रहा है।
Also Read This:- IRCTC टिकट स्कैम: 2.5 करोड़ फर्जी ID ब्लॉक,
क्यों बढ़ रही है कीमत?
विशेषज्ञ मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता और जियोपॉलिटिकल टेंशन जैसे हालात सोने की मांग बढ़ा देते हैं। ऐसे में लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानकर खरीदते हैं, जिससे इसकी कीमतों में उछाल आता है।
Gold Price and Israel-Iran Tension:विशेषज्ञों की राय में क्या है भविष्य?
गिरावट का संकेत भी
Quant Mutual Fund की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 2 महीनों में डॉलर के मुकाबले सोने की कीमतों में 12-15% तक गिरावट देखी जा सकती है। उनका मानना है कि शॉर्ट टर्म में सोना “पीक आउट” हो चुका है।
Also Read This:- स्मार्टफोन और Smart TV यूज़र्स सावधान!
लेकिन लंबी अवधि में पॉजिटिव
हालांकि लंबी अवधि में सोने को लेकर विशेषज्ञ अब भी आशावान हैं। उनका कहना है कि पोर्टफोलियो का कुछ हिस्सा सोने में बने रहना चाहिए, क्योंकि यह आर्थिक संकट या वैश्विक तनाव में सुरक्षा देता है।
विशेषज्ञ रेनिशा चिनैनी का विश्लेषण
Augmont की हेड ऑफ रिसर्च रेनीशा चिनैनी के अनुसार, सोना निकट भविष्य में ₹97,000 पर स्थिर हो सकता है और यदि वैश्विक परिस्थितियां सामान्य रहती हैं तो यह ₹90,000 तक भी गिर सकता है। हालांकि, उनका यह भी मानना है कि अगले कुछ महीनों में सोना ₹1,05,000 तक भी पहुंच सकता है।
Also Read This:- Ahmedabad Plane Crash: आखिर क्यों बोला गया ‘Mayday’ और क्या होता है इसका मतलब?
Gold Price and Israel-Iran Tension: आपका क्या मानना है?
क्या सोने की कीमतें अगले कुछ दिनों में और बढ़ेंगी?
(पोल में अपनी राय जरूर दें 👇)
🔘 हाँ, निश्चित रूप से
🔘 नहीं, गिरेंगी
🔘 शायद बढ़ेंगी
🔘 शायद गिरेंगी
अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं और पोल में हिस्सा लें – इससे हमें पता चलेगा कि आम जनता क्या सोच रही है।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति अपनाएं?
-
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स: अभी खरीदने से पहले सतर्क रहें। भाव अधिक हैं, गिरावट संभव है।
-
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स: पोर्टफोलियो में थोड़ा हिस्सा सोने में रखना समझदारी होगी।
-
नई खरीदारी: धीरे-धीरे SIP की तरह सोने में निवेश करें।
निष्कर्ष
सोने की मौजूदा कीमतें राजनीतिक तनाव और वैश्विक अस्थिरता के चलते ऊपर गई हैं, लेकिन यह स्थाई नहीं हो सकती। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अल्पकालिक मुनाफे के चक्कर में जल्दबाजी से बचें और दीर्घकालिक निवेश की सोच रखें।