घर की सफाई में निकला खजाना, जिसने बदल दी पूरी जिंदगी!
कहते हैं न कि हर घर में कुछ कोने ऐसे होते हैं जहां सालों तक कोई झांकता तक नहीं, और जब दीवाली या किसी खास मौके पर वहां सफाई होती है, तो निकलती हैं कुछ भूली-बिसरी यादें… लेकिन अगर उन्हीं यादों में छुपा हो करोड़ों का खजाना?
चिली के एक्सेक्वियल हिनोजोसा नाम के शख्स के साथ कुछ ऐसा ही हुआ, जो आज एक मिसाल बन चुका है।
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पापा की पासबुक, जिसे समझा था बेकार!
घर की सफाई के दौरान एक्सेक्वियल को अपने दिवंगत पिता के पुराने कागजों में एक धूलभरी पासबुक मिली। उन्होंने सोचा ये सिर्फ एक याद भर होगी, लेकिन जब उन्होंने उस पर नज़र डाली, तो दो शब्दों ने उनका ध्यान खींचा — “स्टेट गारंटी”।
बंद हो चुका था बैंक, लेकिन ‘गारंटी’ ने दिलाई उम्मीद
पासबुक में दर्ज था कि उनके पिता ने करीब 1.4 लाख रुपये (स्थानीय करंसी में) जमा किए थे एक ऐसे बैंक में जो अब बंद हो चुका था। आमतौर पर ऐसा पैसा डूब ही जाता है, लेकिन “स्टेट गारंटी” का मतलब था कि अगर बैंक फेल हो भी जाए, तो सरकार उस पैसे को लौटाने की जिम्मेदार होती है।
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सरकार ने किया इंकार, लेकिन बेटे ने नहीं मानी हार
जब एक्सेक्वियल ने सरकार से रकम की मांग की, तो पहले उनका दावा खारिज कर दिया गया। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। कानूनी लड़ाई शुरू की।
कई सालों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने हिनोजोसा के हक में फैसला सुनाया और सरकार को मूल रकम + 62 साल का ब्याज देने का आदेश दिया।
जो कभी लाखों था, अब बन गया 10 करोड़!
62 साल के ब्याज के साथ, वो रकम बन गई करीब 10 करोड़ रुपये (1.2 मिलियन डॉलर)! हिनोजोसा रातों-रात बन गए करोड़पति।

सबक: कभी न करें पुरानी चीज़ों को नजरअंदाज़!
यह कहानी हमें सिखाती है कि –
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घर के पुराने कागजों में छुपा हो सकता है खजाना,
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कानूनी अधिकारों की जानकारी बेहद जरूरी है,
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और धैर्य और कोशिश से नामुमकिन भी मुमकिन हो सकता है।
तो अगली बार जब आप घर की सफाई करें, तो ध्यान से देखिए… क्या पता कहीं आपकी किस्मत भी अलमारी के किसी कोने में छुपी हो!